ज्ञानरंजन ‘पहल’ का अंक 125 हमारी और उसकी यात्रा का अब आख़िरी अंक होगा। अभी तक यह ख़बर अफ़वाहों में थी जो सच निकली। यह निर्णय हमारे और ‘पहल’ से जुड़े तमाम लोगों के लिए तकलीफ़देह है। ह... Read more
राजकुमार केसवानी दोस्तों, यह ‘पहल’ का अंतिम अंक है। इस एक वाक्य को लिखने के लिए जितने साहस की आवश्यकता थी, उसे जुटाने में कई माह लग गए। इससे आगे की बात तो शायद किसी फूटे झरने की मानिंद... Read more
बृजमोहन जोशी होली, ऋत परिवर्तन को अभिव्यक्त करने का उत्सव है। कुमाऊँ अंचल में पौष मास को, विशेष रूप से इसके प्रथम रविवार को बहुत ही पवि़त्र माना जाता हैं। लोक देवताओं की पूजा ‘बैसी’ के लिये... Read more
ज़हूर आलम फोटो : विनीता यशस्वी युगमंच होली महोत्सव : एव सार्थक पहल तमाम मंचो से पहाड़ के गीत-संगीत और लोक संस्कृति को बचाने के लिए बड़े-बड़े भाषण दिये जाते हैं। पर हमारी कलाओं को बचाने और कलाकार... Read more
रेवती बिष्ट ‘‘ऋतुरैणा, चैतोमैना, ऋतुरैणा, चैतों मैना, एग्यो ईजू चेतो मैना……’’ इस गीत के बोल अब पहाड़ में बहुत कम सुनाई देते हैं और इन्हें गाने वाले भी पहाड़ के जंगलों की तरह लुप्... Read more
ईजा रात में नहीं हम ईजा की लोरियों में सोते हैं ईजा की गोद हमें चांद सी लगती है ईजा की बोली में तारों के गीत हाँ, यही तो रात जब भी आती है ईजा जगमग आकाश ही नहीं सबसे नरम धरती और सबसे गहरे स... Read more
डा0 शिवानन्द नौटियाल फोटो : विनीता यशस्वी बसन्त पंचमी शुरू होते ही बसंत नृत्य शुरू हो जाता है। प्रकृति-वर्णन के साथ श्रंगार रस का भी बसन्ती नृत्य में पर्याप्त समावेश होता है। बसंत पंचमी के द... Read more
विश्वम्भरनाथ साह ‘सखा’ कुमाऊँ में होली के दो प्रचलित स्वरूप है। एक ग्रामीण अंचल की होली, जिसे खड़ी होली कहते हैं। दूसरी, नागर होली, जिसे शहरी क्षेत्रों में बैठ होली कहते हैं। इसे 200-300 वर्ष... Read more
नैनीताल समाचार परिवार सिद्धि को दाता विघ्न विनासन होरी खेलें गिरिजापति नन्दन ल्या हो भवानी अक्षत-चंदन होरी खेलें गिरिजापति नन्दन गौरी को नन्दन मूसको वाहन होरी खेलें गिरिजापति नन्दन आज 16 फरव... Read more
देवेश जोशी रविवार 7 फरवरी 2021 को, ऋषिगंगा घाटी से लेकर विष्णुप्रयाग तक का दृश्य, पल में प्रलय जैसा था। सोशल मीडिया के जरिए लाखों लोगों ने इसे लाइव देखा भी। कारणों पर विशेषज्ञों का अध्ययन अभ... Read more