उत्तरकाशी में सांप्रदायिक बवाल: इस नफरती भट्टी को ध्वस्त करना होगा !
इन्द्रेश मैखुरी सन 1993 में हाईस्कूल करने के बाद मैं उत्तरकाशी आया. यहां मैंने ग्यारहवीं कक्षा में प्रवेश लिया. इंटरमीडिएट से लेकर ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई यहीं हुई. 1994 के उत्तराखंड आंदोलन में यहीं से एक्टिविजम का सिलसिला शुरू हुआ, जो आजतक जारी है. इस तरह पिछले 30-31 वर्षों से उत्तरकाशी को मैं जानता हूं. […] Read more