ताज़ा तरीन

खड़िया खानों को खोलने के लिए आपसी झगड़े भूल एकजुट हुए खड़ियावीर

खड़िया खानों को खोलने के लिए आपसी झगड़े भूल एकजुट हुए खड़ियावीर

केशव भट्ट बागेश्वर जिले के साथ ही पिथौरागढ़, चमोली सहित अन्य जगहों में हिमालय की तलहटी में बसे गांवों में सत्तर के दसक के बाद हो रहे बेतहाशा, बेतरतीब खड़िया खनन से हर कोई परेशान है. लम्बे समय से पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर पत्रकारिता कर रहे ओंकार जनौटी कहते हैं कि हिमालय के साथ […] Read more

उत्तराखंड में छोड़ दी गयी खेती: सामाजिक और पारिस्थितिक चिंताएं

उत्तराखंड में छोड़ दी गयी खेती: सामाजिक और पारिस्थितिक चिंताएं

चंद्रशेखर तिवारी देहरादून, 3 फरवरी। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र और सेंटर फॉर इकोलॉजी डेवलपमेंट एंड रिसर्च (सिडार) संस्था के संयुक्त तत्वाधान में उत्तराखंड में छोड़ दी गयी खेती पर एक गोलमेज सम्मेलन का आयोजन केन्द्र के सभागार में किया गया। इस सम्मेलन में पहाड़ की परम्परागत खेती जो पलायन और अन्य कारणों से धीरे-धीरे […] Read more

सम्पादकीय

क्या वास्तव में पद्मश्री से सम्मानित हुईं राधा बहन

क्या वास्तव में पद्मश्री से सम्मानित हुईं राधा बहन

राजीव लोचन साह पुरस्कार और सम्मान प्रायः विवादों के घेरे में आ जाते हैं। भारत सरकार द्वारा दिये जाने वाले पद्म सम्मान भी विवादों से परे नहीं हैं। एक दौर ऐसा भी आया था, जब पद्म सम्मान के लिये चुने गये अनेक व्यक्तियों ने सम्मान लेने से ही इन्कार कर दिया था। तब सरकार ने […] Read more

क्रांतिकारी बदलाव ला सकती हैं नगरपालिकायें

क्रांतिकारी बदलाव ला सकती हैं नगरपालिकायें

राजीव लोचन साह उत्तराखंड में शहरी निकायों के चुनाव हो रहे हैं। प्रदेश सरकारें इन निकायों को उपेक्षित रखती है। 74वें संविधान संशोधन कानून के लागू होने के बाद शहरी निकायों को उतनी ही ताकत मिल गई है, जितनी केन्द्र सरकार या प्रदेश सरकार को है। मगर उत्तराखंड में सरकार बार-बार इस सांवैधानिक व्यवस्था में […] Read more

आशल कुशल

देश दुनिया

राजनीतिक साजिश का शिकार हैं पौड़ी और अल्मोड़ा

राजनीतिक साजिश का शिकार हैं पौड़ी और अल्मोड़ा

योगेश धस्माना राज्य गठन के बाद पहले विधान सभा चुनावों से लेकर अब तक के इतिहास पर नजर डालें तो पौड़ी और अल्मोड़ा को एक सोची—समझी राजनीति के तहत हाशिए प... Read more

1971 के भारत- पाक युद्ध के भूले बिसरे तथ्य

1971 के भारत- पाक युद्ध के भूले बिसरे तथ्य

जयसिंह रावत विश्व के राजनीतिक मानचित्र पर एक नया स्वतंत्र और सम्प्रभुता सम्पन्न देश की 53 वीं जयन्ती 1971 के भारत पाक युद्ध की याद ताजा हो जाती है। उस... Read more

किताबें

'जनतंत्र की जड़ें' : लोकतंत्र के काबिल बनना होगा

‘जनतंत्र की जड़ें’ : लोकतंत्र के काबिल बनना होगा

 राजेन्द्र भट्ट   लोकतान्त्रिक मूल्य संकट में हैं। भारत में 1975 में लगे आपातकाल के बाद पिछले कुछ वर्षों में ऐसी स्थिति आई है कि देश के प्रबुद्ध लोग स... Read more

पुस्तक समीक्षा : “हिमांक और क्वथनांक के बीच“

पुस्तक समीक्षा : “हिमांक और क्वथनांक के बीच“

रमदा नवारुण से 2024 में प्रकाशित “हिमांक और क्वथनांक के बीच“ सतत-यात्री श्री शेखर पाठक का दूसरा यात्रा-वृतान्त है. 1973 में पिंडारी-गल की यात्रा के सा... Read more

साहित्य और संस्कृति

सुंदरलाल बहुगुणा की जयंती पर उनके लेखों की पुस्तक 'पहाड़ की पीड़ा ' का लोकार्पण दून पुस्तकालय में 

सुंदरलाल बहुगुणा की जयंती पर उनके लेखों की पुस्तक ‘पहाड़ की पीड़ा ‘ का लोकार्पण दून पुस्तकालय में 

चन्द्रशेखर तिवारी देहरादून, 09 जनवरी 2025. दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से आज अपराह्न  3:00 बजे प्रख्यात पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा की जयंती प... Read more

नये साल का स्वागत

नये साल का स्वागत

अलफ्रेड, लॉर्ड टेनीसन की कविता अनुवाद – दीपक वोहरा स्मृति में बजो, बेलगाम घंटियों बजो, बेलगाम घटियों, अनंत आकाश तक उड़ते चादल, शीतल प्रकाश तक यह... Read more

पर्यावरण

उत्तराखंड में छोड़ दी गयी खेती: सामाजिक और पारिस्थितिक चिंताएं

उत्तराखंड में छोड़ दी गयी खेती: सामाजिक और पारिस्थितिक चिंताएं

चंद्रशेखर तिवारी देहरादून, 3 फरवरी। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र और सेंटर फॉर इकोलॉजी डेवलपमेंट एंड रिसर्च (सिडार) संस्था के संयुक्त तत्वाधान में उत्... Read more

जलवायु परिवर्तन से बदलता पहाड़

जलवायु परिवर्तन से बदलता पहाड़

जयप्रकाश पंवार ‘जेपी’ पिछले साल अजरबैजान की राजधानी बाकू में लगभग डेढ़ महीने पहले सम्पन्न हुए संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सी.ओ.पी. 29) में... Read more

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