गिरिजा पांडे पिछले कुछ वर्षों में पहाड़ों में कीड़ाजड़ी की काफी चर्चा हुई है। उच्च हिमालय के कतिपय ग्रामीण इलाकों की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने में इसने अहम् भूमिका निभाई है। हिमालयी ‘गोल... Read more
वर्षा सिंह अप्रैल में सामान्य से 6-7 डिग्री उपर चल रहा तापमान उत्तराखंड के वनों में आग की तीव्रता को बढ़ा रहा है। वन विभाग के लिए स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। कई जगह आग बुझाने के लिए पुलिस... Read more
विनोद पांडे आज संसार भर में पर्यावरण का संरक्षण करने की मुहिम चली है क्योंकि मानवीय गतिविधियों से पर्यावरण इस सीमा तक बिगड़ चुका है कि आने वाले समय में पर्यावरण असंतुलन से पृथ्वी पर हर प्रकार... Read more
कमलेश जोशी मार्च महीने में पारा इतनी तेजी से चढ़ा कि इसका असर न सिर्फ मैदानी इलाकों में बल्कि पहाड़ों में भी महसूस किया जा रहा है. जहाँ पिछले वर्षों तक चारधाम में बर्फ अप्रैल के मध्य तक देखी... Read more
ललित मौर्य हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स द्वारा किए अध्ययन से पता चला है कि वित्तीय संकट की वजह से वनों के बढ़ते विनाश की दर में करीब 36 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है। अपने इस अध्ययन में वन... Read more
डॉ. हरीश चन्द्र अन्डोला भारत में पक्षियों की आबादी बहुत तेजी से गिर रही है। कई प्रकार की जातियों पर संकट खड़ा हो गया है। गिद्धों की बात करें तो वे विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गए हैं। ऐसे म... Read more
लगभग 825 किलोमीटर लंबी चारधाम सड़क चौड़ीकरण परियोजना के पर्यावरणीय प्रभावों के आंकलन के लिये सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक समिति हाई पावर्ड कमेटी (एच.पी.सी.) नियुक्त की गई थी और प्रसिद्ध पर्यावरण वै... Read more
बच्ची सिंह बिष्ट एक धारा मुक्तेश्वर महादेव के ठीक नीचे जटा गंगा से और दूसरी धारा कसियालेख नीलकंठ मंदिर से कुछ आगे से निकलती है और फिर कोकिलबना के ठीक नीचे जुड़ जाती है और यह हमारी सेलवानी नद... Read more
हरीश चंद्र अंडोला वन्यजीव-मानव संघर्ष में पहाड़ के आंसू बह रहे हैं। वहीं, ‘लिविंग विद लेपर्ड’ प्लान धरातल पर नहीं उतारा जा सका है। जबकि महाराष्ट्र की तर्ज पर गढ़वाल मंडल के गुलदा... Read more
डॉ० हरीश चन्द्र अन्डोला उत्तराखंड आपदा के लिहाज से संवेदनशील राज्य है। नौ साल पहले आई केदारनाथ आपदा और पिछले साल की रैणी आपदा के घाव आज भी ताजा हैं। आपदा के मोर्चे पर विफलता और आपदा को लेकर... Read more