राजीव लोचन साह वर्ष 1989 के कमला कांड और 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद तीसरी बार हल्द्वानी में कर्फ्यू लगा है। पाँच लोगों की मौत हुई, दर्जनों लोग घायल हुए, सैकड़ों वाहनों में तोड़-फोड़ हु... Read more
बिजू नेगी मानव प्रजातियां पिछले 70,000 सालों से जटिल भाषाओं का प्रयोग करती आ रही हैं। ऐसे में, भारत के इतिहास में मौलिक युगान्तर परिवर्तनों को समझने के लिए सबसे सही तरीका होगा इस बात का परि... Read more
नवीन जोशी भूपेंद्र बिष्ट की कविताएं पढ़ते हुए मीठी ‘नराई’ घेर लेती है। वे बहुत सारी चीजें जो हमसे छूट गई हैं और अब भी छूटती चली जा रही है, मन को विह्वल भी करने लगती हैं। गांवों-कस... Read more
*उत्तराखंड के जन संगठनों, बुद्धिजीवियों, एवं नागरिकों की ओर से संयुक्त बयान एवं अपील* 8 फरवरी को हल्द्वानी में हुई घटना चिंताजनक, निंदनीय एवं दुखद है। हम सभी मृतकों और घायलों के प्रति अपनी स... Read more
उमेश तिवारी विश्वास कुछ खटकता तो है पहलू में मिरे रह रह कर अब ख़ुदा जाने तिरी याद है या दिल मेरा। (जिगर मुरादाबादी) इस दस्तक को सुनकर आख़िर एक शख्स बरास्ते आसम... Read more
प्रकाश चन्द्र पुनेठा पिथौरागढ़ से पूर्व में लगभग 35 किलोमीटर दूर नेपाल सीमा व काली नदी के निकट क्वीतड़ गाँव के तोक चौड़ा में 01 जनवरी सन् 1944 के दिन एक किसान करम सिंह सौन व उनकी पत्नी ग्वाली द... Read more
उमा भट्ट यह तो सर्वविदित ही है कि वैश्वीकरण के इस दौर में संसार की कई भाषाएं विलुप्ति के कगार पर हैं। ऐसे में उत्तराखण्ड की भाषाएं भी अपने समाज तक सीमित होती जा रही हैं। इन्हीं में से एक विल... Read more
{2 फरवरी 1984 को उत्तराखंड के ऐतिहासिक ‘नशा नहीं रोजगार दो आन्दोलन’ का सूत्रपात हुआ था. इस आन्दोलन के 40 वर्ष पूरे होने पर इस आन्दोलन का मूल्यांकन कर रहे हैं, उस वक़्त आन्दोलन में... Read more
रिचर्ड महापात्रा ‘डाउन टू अर्थ’ से साभार राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने 2023-24 के लिए राष्ट्रीय आय का अपना पहला अग्रिम अनुमान जारी किया है। एनएसओ का अनुमान है कि सभी अनुमानों को प... Read more
राजीव लोचन साह जनसरोकारों के मुद्दों को पर बातचीत करने और उनपर रणनीति बनाने के लिए आज नफरत नहीं रोजगार दो अभियान की कोर कमेटी की बैठक हल्द्वानी में सम्पन्न हुई। बैठक में नशा नहीं रोजगार दो... Read more