‘नैनीताल समाचार’ का होली अंक सदा से ही संग्रहणीय रहा है। अब जबकि कुमाउंनी होली का तेजी से शरण हो रहा है या वह व्यावसायिकता की ओर उन्मुख हो रही है, उसे संरक्षित करना और भी ज्यादा... Read more
डॉ. योगेश धस्माना उत्तराखण्ड में अंग्रेजी शासन के आगमन (1815) के बाद अल्मोड़ा और पौड़ी की पहचान दो प्रमुख सांस्कृतिक केन्द्रों के रूप में उभरी। गढ़वाल और कुमाऊँ के दो सम्भागों में फैला उत्तराखण... Read more
देहरादून होली की शान थे दीवान सिंह कुमैय्या फोटोग्राफर डॉ. अतुल शर्मा हमें प्रसिद्ध फोटोग्राफर स्व.दिवान सिंह कुमैया जी की बहुत याद आती है, खास तौर पर होली के अवसर पर, हम उस समय फालतू लाइन क... Read more
अरुण कुकसाल हम थैं द्यावा होली कू दान, तुम थैं द्ययालू श्रीभगवान ’हमें होली का दान दो, आपको श्रीभगवान देंगे’ देर रात तक तल्ली-मल्ली चामी से हारमोनियम और ढोलक की आवाज हम बच्चों को सुनाई देती... Read more
राजू सजवान ‘डाउन टू अर्थ’ से साभार जोशीमठ में व्यापक स्तर भूधंसाव की शुरुआत को दो माह बीत चुके हैं, लेकिन अब तक न तो भूधंसाव के कारणों का खुलासा किया गया है और ना ही बेघर हुए लोग... Read more
शगुन, हिमांशु, तरण देओल, सीमा प्रसाद ‘डाउन टू अर्थ’ से साभार शहरीकरण भले ही विकास का एक पैमाना हो, लेकिन इसने हिमालय क्षेत्र को त्रासदी के मुहाने तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभा... Read more
कमलेश जोशी जोशीमठ में जो कुछ आज हो रहा है वह किसी प्राकृतिक आपदा का नतीजा नहीं बल्कि मानवजनित आपदा है. भूगर्भ वैज्ञानिक, पर्यावरणविद वर्षों से कहते आ रहे हैं कि उत्तराखंड राज्य भूकंप के ज़ो... Read more
जयसिंह रावत नेता जी सुभाष चन्द्र बोस और उनकी आजाद हिन्द फौज (आइएनए) का उत्तराखण्ड से गहरा नाता रहा है। हालांकि दावा तो यहां तक किया गया था कि नेताजी ने साधू वेश में 1977 तक अपना शेष जीवन देह... Read more
शैलेन्द्र पाण्डेय पहले तो आपको बता दें कि उरगम नहीं, उर्गम होता है। सड़क किनारे के बोर्ड लिखने वालों ने नाम का सत्यानाश कर रखा है। और दूसरी बात, भात बहुत गरम था। उससे उठ रही भाप बता रही थी क... Read more