संजीव भगत यह प्रचलित मुहावरा है। देश के कोने-कोने से प्रवासी लोग वापस आ रहे हैं तो उन्होंने बाहर की दुनिया देखी है,जिन्दगी की तमाम तकलीफ़ों और सुख सुविधाओं को नजदीक से महसूस किया है। इन लोगो... Read more
विवेकानंद माथने शायद भारत अब किसानोंका देश नही कहलायेगा। यहां खेती तो की जायेगी लेकिन किसानों के द्वारा नही, खेती करनेवाले कार्पोरेट्स होंगे, कार्पोरेट किसान। पारिवारिक खेती की जगह कार्पोरेट... Read more
मध्यम वर्ग को पता है कि छह साल में उसकी कमाई घटी ही है, बिजनेस में गच्चा ही खाया है. उसके मकानों की कीमत गिर गई है, हर राज्य में सरकार नौकरी की प्रक्रिया की दुर्गति है, वह सब जानता है, लेकिन... Read more
केशव भट्ट कोरोना वायरस क्या आया, समाज में सबके आपसी संबंध ही नीम-करेले के स्वाद से भी ज्यादा कडुवे हो गए. प्रसिद्व उत्तराखंडी गायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने तो गीतों के माध्यम से बहुत पहले कहा भ... Read more
स्कन्द शुक्ला जानवरों के प्रति तीन मनोभावनाएँ रखने वाले लोग हैं। पहले वे जो इनसे प्रेम करते हैं। दूसरे वे जो इनसे डरते हैं। तीसरे वे जो इनके प्रति तटस्थ हैं। प्रेम-भय-तटस्थता के सम्मिश्रण से... Read more
प्रतिष्ठा में, श्री त्रिवेन्द्र रावत जी माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार विषयः कोरोना के चलते प्रवास से अपने गांव लौट रहे लोगों को गांव में ही रुकने की आपकी अपील और सरकार की नीतियों के संद... Read more
योगेश भट्ट दुनिया भर में वैश्विक महामारी कोरोना का कोहराम है। जिस भारत में साल भर में तकरीबन 90 लाख मौतें होती है , जिनमें अधिकांश का कारण टीबी,मलेरिया और स्वशन तंत्र की बीमारी है । वह भी सह... Read more
नवीन जोशी अगर सरकारों की आय का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत आबकारी शुल्क यानी शराब और भांग वगैरह नशीले पदार्थों की विक्री हो, तो बंदी में ढील देते ही उनकी दुकानों को ‘आवश्यक वस्तुओं’ की तरह खोल द... Read more
अमरीक सिर्फ भारत के आंकड़ों पर गौर करते हैं। कोरोना वायरस को विधिवत केंद्रीय हुकूमत ने जब ‘महामारी’ मानकर लॉक डाउन घोषित किया तो चंद दिनों में बेरोजगारी दर 23 फ़ीसदी आ गई औ... Read more
इस्लाम हुसैन सृष्टि की रचना से लेकर आजकल मनुष्यों के विभिन्न समूहों में संसाधन कमाने, छीनने और हथियाने का संघर्ष चला आ रहा है। सभ्यता के काल खण्डों में यह संघर्ष विभिन्न रूप देखने को मिलता ह... Read more