हिमांशु जोशी किताब आधुनिक भारत का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गई है, जो समाज को उसकी सच्चाई दिखा समाज के बनावटी मुंह पर तमाचा भी है. गुलज़ार साहब की कुछ चंद लाइनों से शुरू हुई ये किताब आपको इ... Read more
बाॅबी रमाकांत व संदीप पाण्डेय विकास ही सबसे अच्छा गर्भ-निरोधक है . जिस समाज में सभी इंसानों के लिए विकास के सभी संकेतक बेहतर हैं वहां पर जनसंख्या स्वतः ही नियंत्रित एवं स्थिर हो गयी है। जनसं... Read more
राजीव लोचन साह आखिर कोविड की यह बीमारी है क्या ? डेढ़ साल से इसने पूरी दुनिया को हलकान कर रखा है और अभी भी यह रहस्यों के घेरे में ही है। विज्ञान को इतना असहाय होते हमने कभी नहीं देखा था। विज्... Read more
भारत डोगरा कोविड-19 के संकट ने एक बात तो उजागर कर ही दी है कि हमारी सरकारें महामारी तक में जरूरी आंकड़े संभाल नहीं पातीं। सरकारी और श्मशान-कब्रिस्तान से जुटाए गए मौत के आंकडों में जमीन-आसमान... Read more
डॉ आर अचल कोरोना काविड के शुरुआती दौर में ही यह स्पष्ट हो गया था कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान मे इस महामारी की कोई चिकित्सा नहीं है।इसलिए दैहिक दूरी, मास्क, सेनेटाईजर, पीपीई किट, लाकडाउन जैसे... Read more
देवेश जोशी कोणबूड के बाद अगर किसी ने मेरी उम्र के बच्चों को सर्वाधिक आतंकित किया है तो वो हथछेड़ू ही था। बहुत बाद में पता चला कि उसका सरकारी पदनाम वैक्सिनेटर है। बाकायदा स्वास्थ्य विभाग में ए... Read more
नवीन पाँगती कोरोना के संदर्भ में देखें तो उत्तराखंड के पहाड़ों की स्तिथि डरावनी लगती है। कहीं कोई तैयारी नहीं दिखती। अखबारों की मानें तो अल्मोड़ा में 32 वेनटीलेटर हैं पर उन्हें चलाना किसी क... Read more
चारु तिवारी तुम समझते होगे कि दुनिया तुम्हारे बिना भी ऐसे ही चलती रहेगी। कुछ नहीं बदलने वाला है। लेकिन तुम सच नहीं कह रहे थे, सच को नहीं समझ रहे थे। हां, दुनिया फिर भी चलेगी तुम्हारे बिना भी... Read more
राजीव लोचन साह 27 जनवरी 2020 को केरल के त्रिचूर में एक 20 वर्षीय महिला को अस्पताल में भर्ती किया गया। उसे सूखी खाँसी और गले में दर्द की शिकायत थी। यह कोविड 19 का भारत में पहला केस था। मार्च... Read more
राजीव लोचन साह याददाश्त ही समस्या है। अभी उस रोज हम 87 वर्षीय विश्वम्भर नाथ साह ‘सखा’ जी का इंटरव्यू कर रहे थे। उन्हें दूसरे महायुद्ध और देश की आजादी के दिन की घटनायें इस तरह से याद हैं, मान... Read more