डॉ. भूपेंद्र बिष्ट रुपहले परदे पर चित्रित कहानी के सीक्वेल की बात सिर्फ़ देखने वालों की उत्सुकता को बनाए रखने तक महदूद हो सकती है पर किसी औपन्यासिक गाथा की अगली कड़ी कथा वस्तु का विस्तार भर... Read more
नवीन जोशी पिछले वर्ष सुंदरलाल बहुगुणा के रूप में उत्तराखण्ड, हिमालय और देश-दुनिया ने एक दृढ़ संकल्पवान गांधीवादी पर्यावरण-योद्धा खो दिया था। उन्होंने अपनी यात्राओं, लेखों-भाषणों, अनशनों-आंदोल... Read more
नवीन जोशी “नर्मदा घाटी के लोग नष्ट नहीं होना चाहते थे और अब तक लड़ रहे हैं। उत्तराखण्ड में पिछली डेढ सदी की पलायन की प्रक्रिया ने अपनी जड़ों से कटने के मनोविज्ञान को एक सीमा तक उचित मान लिया थ... Read more
भुवन पंत मंजिलें जितनी आकर्षक लगती हैं, राहें उतनी आसान हुआ नहीं करती । पग-पग पर रूकावटें, चुनौतियां , इनसे खुद ही जूझना होता है, कठिनाइयों के बीच आत्मालाप होता है और फिर संकल्प के प्रति दृढ... Read more
भुवन पंत अंग्रेजी बर्तनी के अनुसार भोवाली, अतीत में भुवाली और अब भवाली नाम से जाना जाने वाला यह छोटा सा कस्बा नैनीताल से 11 कि0मी पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग 109 (पूर्व में हाईवे 87 के नाम... Read more
रामकिशोर मेहता मेरी अपनी समझ तो यह कि जिन्दगी एक यात्रा ही है और हम यात्री, यात्रा वृत्तांत उसका आँखों देखा हाल । कबीर याद आते हैं ‘तू कहता कागद की लेखी मैं कहता आँखों की देखी।’ हम... Read more
देवेश जोशी भँवर एक प्रेम कहानी, हाल ही में प्रकाशित उपन्यास है। उत्तराखण्ड के सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक, अनिल रतूड़ी, इस कृति के लेखक हैं। साहित्य, संगीत और संस्कृति के प्रति लेखक का अनुराग... Read more
डॉ. भूपेंद्र बिष्ट शिरीष कुमार मौर्य मौजूदा दौर के एक उल्लेखनीय कवि हैं. हाल में उन्होंने एक सामुदायिक रेडियो केंद्र से प्रसारित बातचीत में बड़ी महत्वपूर्ण बात कही कि एक ही कविता को जीवन भर... Read more
ये किताब हिमालय में रहने वाली राजी जनजाति की परंपरागत जीवन शैली की अंतिम सांसे गीनने और उनकी पहचान मिटने की कहानी है। तीसरे खण्ड में इसकी कहानी बहुत तेज़ी के साथ बढ़ती लगती है, उसे पढ़ते पाठक ऐ... Read more
नैनीताल समाचार मार्च, अर्थात महिला दिवस से कुछ ही पहले डाक से एक किताब मिली, ‘अंकित होने दो उनके सपनों का इतिहास’। शीर्षक के ठीक नीचे, छोटे-छोटे अक्षरों में लिखा था ‘उत्तरा... Read more