प्रमोद साह अशोज का महीना और रामलीलाओं का सीजन जब भी आता है एक अजीब सा कवमवाट आज भी लग जाता है। कवमवाट मतलब वही जिसे आप लोग नॉस्टैल्जिया कहते हैं। यह 80 का दशक था, जब हम बच्चे से लड़के हो रहे... Read more
बी. के जोशी हाल ही में सुरजीत किशोर दास के निधन से हम सब आहत हैं । सच्चे अर्थो में हमने विलक्षण और मानवीय गुणों से परिपूर्ण एक बेहतरीन सज्जन व्यक्ति को खो दिया है। एक सुखद व मैत्रीपूर्ण व्यक... Read more
विनीता यशस्वी 15 अप्रेल 1995 को उत्तरकाशी जिले के भटवाड़ी ब्लॉक में स्थित ग्राम लौंथरू गाँव में जन्मी सविता कंसवाल की पिछले साल 4 अक्टूबर 2022 को द्रौपदी का डांडा चोटी पर एक्सपीडिशन के दौरान... Read more
कुसुम रावत यह कोई छः साल पुरानी बात होगी। मेरी एक कहानी गढ़वाल सभा की स्मारिका में छपी। उसका विमोचन टाऊन हाल देहरादून मेंथा। मैं वहां बहुत ज्यादा लोगों को जानती-पहचानती न थी। सो अकेले ही बैठी... Read more
दीपक बेंजवाल / भानुप्रकाश भट्ट जिस राज्य के लड़े, मरे, घर बार तक भूला दिया आज उसी राज्य में जनभावनाओं को छला जा रहा है। आज छोटी-छोटी माँगों के लिए भी जनता को गिड़गिड़ाना पड़ता है लेकिन जिम... Read more
क्या मैं त्रेपन सिंह चौहान को भूल सकता हूँ. त्रेपन… मेरा मित्र, प्रेरणास्रोत और छोटा भाई. उसका भी तो आज जन्मदिन है. कितनी उम्मीदें थीं उससे? डॉ. शमशेर सिंह बिष्ट के बाद कमला पन्त और उस... Read more
नैनीताल समाचार जन नायक स्व डा शमशेर सिंह बिष्ट की पांचवी पुण्यतिथि पर पर्वतीय क्षेत्र में आपदा कारण एवं समाधान पर गहन मंथन किया गया। सेवाय होटल में हुए आयोजन की मुख्य वक्ता हिमधरा कालेक्टिव... Read more
रेवती बिष्ट कभी कोई घटना व्यक्ति की जिंदगी बदल देती है और हम समझने लगते हैं कि किस्मत का खेल है। बचपन में घटित ऐसी ही एक घटना ने शंभू को शमशेर बना दिया। पहाड़ों पर जाड़ों में अंगीठी सेकना परंप... Read more
अशोक पांडे 2013 की सर्दियों का वाक़या है. मेरे अन्तरंग मित्र दिवंगत सुनील शाह उन दिनों ‘अमर उजाला’ के कुमाऊँ संस्करण के सम्पादक थे. मोबाइल फोन को आए बहुत समय नहीं हुआ था. और कैमरे वाले मोबाइ... Read more
योगेश धस्माना गढ़वाल का एक शिक्षित एवं जागृति गांव सुमाड़ी कुमाऊँ अचंल की तरह प्रगतिशील प्रतिभाओं की एक आदर्श नर्सरी के रूप में रहा है। लोक जीवन की इसी माटी में श्री राम काला ने सन् 1892 गोविं... Read more