रेवती बिष्ट कभी कोई घटना व्यक्ति की जिंदगी बदल देती है और हम समझने लगते हैं कि किस्मत का खेल है। बचपन में घटित ऐसी ही एक घटना ने शंभू को शमशेर बना दिया। पहाड़ों पर जाड़ों में अंगीठी सेकना परंप... Read more
अशोक पांडे 2013 की सर्दियों का वाक़या है. मेरे अन्तरंग मित्र दिवंगत सुनील शाह उन दिनों ‘अमर उजाला’ के कुमाऊँ संस्करण के सम्पादक थे. मोबाइल फोन को आए बहुत समय नहीं हुआ था. और कैमरे वाले मोबाइ... Read more
योगेश धस्माना गढ़वाल का एक शिक्षित एवं जागृति गांव सुमाड़ी कुमाऊँ अचंल की तरह प्रगतिशील प्रतिभाओं की एक आदर्श नर्सरी के रूप में रहा है। लोक जीवन की इसी माटी में श्री राम काला ने सन् 1892 गोविं... Read more
भक्त दर्शन गढ़वाल के सर्वप्रथम इंटरमीडिएट, सर्वप्रथम ग्रेजुएट सर्वप्रथम डिप्टी कलेक्टर और सर्वप्रथम गढ़वाली भाषा के पुस्तक प्रकाशक *श्री गोविंद प्रसाद घिल्डियाल* का जन्म 24 मई सन 1870 ईस्वी... Read more
विजया सती यूरोप की इस विख्यात पर्यटन नगरी बुदापैश्त में हम सिर्फ़ पर्यटक नहीं थे. प्रसिद्ध विश्वविद्यालय में पांच सेमेस्टर पढ़ाते हुए, शहर में रहना कई मायनों में भीतर बाहर समृद्ध कर देने वाला... Read more
अनसूया प्रसाद मलासी कवि चंद्रकुँवर बर्तवाल की रचनाओं का गढ़वाली में अनुवाद के बाद उनकी रचनाओं के कविता पोस्टर बनाकर प्रसिद्धि पाने वाले नरेंद्र कठैत आकाशवाणी पौडी़ में कार्यरत हैं। उन्होंने... Read more
गजेन्द्र रौतेला पूरा देश जहां एक ओर शिक्षक दिवस बड़े उत्साह से मना रहा है है वहीं इतिहास के आईने में उत्तराखण्ड के लिए राष्ट्रीय स्वतंत्रता आन्दोलन से भी जुड़ा हुआ इसका एक महत्वपूर्ण इतिहास है... Read more
जय प्रकाश पंवार ‘जेपी’ चन्द्रकुंवर बर्त्वाल शोध संस्थान के संस्थापक डॉ. योगम्बर सिंह बर्त्वाल का जाना उत्तराखंड राज्य कि एक बड़ी क्षति है. प्रसिद्ध कवि चन्द्र कुँवर बर्त्वाल की कव... Read more
डॉ योगेश धस्माना अमृत महोत्सव और मेरा देश मेरी माटी कार्यक्रम के शोर थामने के बाद मेरा स्पष्ट मानना है की किसी भी राजनैतिक दल द्वारा देहरादून की प्रथम महिला सत्याग्रही और प्रथम महिला विधायक ... Read more
भुवन पंत वर्तमान दौर की राजनीति में यह यकीन करना मुश्किल है कि कुछ दशकों पूर्व की राजनीति में ऐसे भी राजनेता हुआ करते थे , जो सरकार की जनविरोधी नीतियों का यदि विरोध करते तो विपक्ष में होते... Read more