इद्रेश मैखुरी वाह फ़ैज़ साहब,क्या कहने आपके. आपकी शायरी,आपकी नज़्में क्या तूफान मचाये हुए हैं. उत्तर प्रदेश में एक ऐसे बुजुर्ग को शांति भंग का नोटिस दिया गया है,जिनका इंतकाल हुए 6 बरस बीत चुके... Read more
केशव भटृ बीते दिन पिंडरघाटी के अंतिम गांव खाती के तारा सिंह उर्फ ‘तरदा’ से मुलाकात हुवी. वो अपनी बिटिया को कॉलेज पहुंचाने के लिए बागेश्वर तक आए थे. क्या हाल हैं गांव के…. प... Read more
मृगेश पाण्डे दो साल पहले अपनी पत्नी मंजुला के हिंदी में शोध साक्षात्कार में प्रोफ़ेसर गंगाप्रसाद विमल के आने की खबर डी एस बी कैंपस में हिंदी विभाग की मुखिया बहिन नीरजा टंडन ने फ़ोन कर बताई... Read more
चार्ली चैप्लिन चार्ली ने अपनी नृत्यांगना बेटी को एक मशहूर खत लिखा। कहा मैं सत्ता के खिलाफ विदूषक रहा, इसलिए तुम भी गरीबी जानो, मुफलिसी का कारण ढूंढो, इंसान बनो, इंसानों को समझो, जीवन में इंस... Read more
राजीव लोचन साह महात्मा गांधी के 1929 के दौरे से ही ब्रिटिश सरकार चैकन्नी हो गई। उसे लगने लगा कि गोविन्दनगर ताकुला बगावत का एक नया केन्द्र बनने जा रहा है। जैसा कि गोविन्द लाल साह सलमगढ़िया ने... Read more
राजीव लोचन साह 1990 का साल था। अक्टूबर का महीना। मण्डल- कमण्डल में पूरा देश झुलस रहा था। छात्र आक्रामक ढंग से आन्दोलित थे। आत्मदाह की घटनायें हो रही थीं। आन्दोलन की लपटें नैनीताल में भी पहुँ... Read more
इस्लाम हुसैन विगत 9 दिसम्बर को गरुड़ वाले चाचा आ गए ,चाची को साथ लेकर। हम उन्हें गरुड़ वाले चाचा कहते हैं। दरअस्ल वह गरुड़ और डंगोली के बीच कोटफुलवारी गांव में रहते हैं जहां प्रसिद्ध कोट... Read more
राजीव लोचन साह उस वक्त लाला गोविन्द लाल साह सलमगढ़िया ने सपने में भी यह नहीं सोचा होगा कि बापू फिर कभी ताकुला आयेंगे। उन्होंने तो बस अपनी व्यक्तिगत श्रद्धा के कारण ‘गांधी मन्दिर’ का निर्माण क... Read more
अरूण कुकसाल ‘श्री नलनीधर जयाल आज किन्नौर की खूबसूरत वादियों में एक ‘जिंदा कहानी’ के तौर पर लोगों के दिल-दिमागों, वहां के बाग-बगीचों, खेत-खलिहानों, स्कूलों, लोगों के शानदार रोजगारों और प्राकृ... Read more
संजय चौहान जब गढवाल मंडल विकास निगम के अध्यक्ष खेतों में फवाडे लगाते मिले.. सादगी और कार्यशैली का था हर कोई मुरीद.ग्राउंड जीरो से सीमांत जनपद चमोली का देवाल ब्लाॅक आज भी अति दूरस्थ माना जा... Read more