66 वर्षीय ज़हूर आलम एक विशिष्ट संस्कृतिकर्मी और ‘युगमंच’ के अध्यक्ष हैं। युगमंच नैनीताल में थिएटर की नर्सरी रही है, जहाँ से दर्जनों लोग राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, फ़िल्म इंस्टीट्यूट... Read more
यह लेख अक्टूबर 2011 में ‘नैनीताल समाचार’ अखबार में प्रकाशित हो चुका है। इसे ‘नैनीताल समाचार’ की वेबसाइट में एक बार पुन: प्रकाशित किया जा रहा है। लेखक: उत्तराखंडवासी, ... Read more
गजेंद्र रौतेला सम्पूर्ण हिमालयी क्षेत्र अपनी विशिष्ट और मौलिक संस्कृति के साथ-साथ भूमंडलीकरण के इस दौर में भी जीवंत लोकोत्सवों के लिए आज भी जाना जाता है।जिनमें से लौ/लय्या की एक खास जगह है।... Read more
चन्द्रशेखर तिवारी उत्तराखंड अपनी निराली संस्कृति के लिए जाना जाता है. यहां के लोक जीवन के कई रंग और कई उत्सव हैं. ऐसा ही एक पारंपरिक उत्सव है घी संक्रांति. उत्तराखण्ड में घी संक्रान्ति पर्व... Read more
बृजमोहन जोशी होली, ऋत परिवर्तन को अभिव्यक्त करने का उत्सव है। कुमाऊँ अंचल में पौष मास को, विशेष रूप से इसके प्रथम रविवार को बहुत ही पवि़त्र माना जाता हैं। लोक देवताओं की पूजा ‘बैसी’ के लिये... Read more
ज़हूर आलम फोटो : विनीता यशस्वी युगमंच होली महोत्सव : एव सार्थक पहल तमाम मंचो से पहाड़ के गीत-संगीत और लोक संस्कृति को बचाने के लिए बड़े-बड़े भाषण दिये जाते हैं। पर हमारी कलाओं को बचाने और कलाकार... Read more
रेवती बिष्ट ‘‘ऋतुरैणा, चैतोमैना, ऋतुरैणा, चैतों मैना, एग्यो ईजू चेतो मैना……’’ इस गीत के बोल अब पहाड़ में बहुत कम सुनाई देते हैं और इन्हें गाने वाले भी पहाड़ के जंगलों की तरह लुप्... Read more
नैनीताल समाचार परिवार सिद्धि को दाता विघ्न विनासन होरी खेलें गिरिजापति नन्दन ल्या हो भवानी अक्षत-चंदन होरी खेलें गिरिजापति नन्दन गौरी को नन्दन मूसको वाहन होरी खेलें गिरिजापति नन्दन आज 16 फरव... Read more
बृजमोहन जोशी कुमाऊँ की काशी (बागेश्वर) बाघनाथ देव भूमि में पतित पावनी सरयू-गोमती तथा गुप्त सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर माघ माह में प्रतिवर्ष उत्तरायणी ( धुगुती त्यार) मंकर संक्रान्ति का मेला... Read more
जगमोहन रौतेला उत्तराखण्ड बनने के दो दशक बाद प्रदेश सरकार को यहाँ के किसी लोकपर्व की सुध आई है। प्रदेश सरकार ने 2021 के सार्वजनिक अवकाशों में 20 साल बाद लोकपर्व हरेला को शामिल किया है। उत्तर... Read more