राजेश जोशी मुझे पहले ही समझ जाना चाहिए था विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में जब ख़ामोशी से पढ़ते हुए छात्रों पर अचानक पुलिस ने लाठियाँ भाँजना शुरू किया और किताबों को फाड़ डाला…. मुझे तो तब... Read more
राजेश जोशी मुझे पहले ही समझ जाना चाहिए था विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में जब ख़ामोशी से पढ़ते हुए छात्रों पर अचानक पुलिस ने लाठियाँ भाँजना शुरू किया और किताबों को फाड़ डाला…. मुझे तो तब... Read more
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