आनंद अग्रवाल
इतनी हड़बड़ाहट क्यों सवार है?
हमारे देश में लोग सड़कों पर तरह-तरह की गलतियां करते हैं, वे हमेशा जल्दी बाजी में रहते हैं, वे सिर्फअपने बारे में ही सोचते रहते हैं। वे पहले आप, कहना कभी नहीं सीखते हैं।उनको यह भी पता नहीं कि किसी दूसरे का रास्ता बंद करके उन्हें भी रास्ता नहीं मिल पाएगा, ऐसा फंदा लगेगा सब का सुख चैन छिन जाएगा, एक दूसरे को दाएं बाएं साइड बताने में भी, उनकोआगे बढ़ाने में भी वे वे एक दूसरे की कोई मदद नहीं करते हैं। वेथोड़ी देर में शहर को जामनगर बना देते हैं, उनको बहुत सी बातें महसूसही नहीं होतीहै, जैसे सारा ट्रैफिक एक दूसरे से जुड़ा हुआ है,हर किसी को एक दूसरे की मदद करनी चाहिए।
वह पहले से जाम में जूझ रहे वाहनों को आगे बढ़ने का रास्ता ही नहीं छोड़ते हैं। वह सड़क के किनारे तक अपनी स्कूटर मोटरसाइकिल को पूरी तरह दबाकर खड़ा नहीं करते हैं, वे सड़कों पर अपने वाहनों को टेढ़ा-मेढ़ा खड़ा करते हैं, तथा अपने वाहनों को लॉक करके कहीं दूर भी चले जाते हैं।वह अपने स्कूटर मोटरसाइकिल के साइड के फुट रेस्ट को भी बंद करके नहीं रखते हैं ,अर्थात जितनी जगह बर्बाद कर सकते हैं ,उतनी जगह बर्बाद करते हैं। भारत सरकार का ऐसेलोगों को जागरूक करने के लिए कोई प्रयास नहीं होता है,जाम लगने पर एक के पीछे एक तीन स्कूटर मोटरसाइकिल वाले 21 फीट जगह सड़क पर घेर कर खड़े हो जाते हैं, उनको यह बात मालूम ही नहीं है कि एक बस के पीछे अगल-बगल में, तीन स्कूटर मोटरसाइकिल वाले अगर खड़े हो जाए ,तो उन सब का काम 7 फीट जगह में हो सकता है। फिर कोई पुलिस वाला आता है और उनको आगे बढ़ाने को कहता है ,तो वह पुलिस वालातुरंत 15 फीट जगह सड़क पर पैदा कर देता है , यही काम सड़कों पर कभी-कभी मैं भी करता हूं,तब बहुत सेवाहनों को अपनी गाड़ी सीधी करने का मौका मिलता है, तब दोनों तरफ के वाहनों कीलाइन धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगती है,तथा जाम से सभी को मुक्ति मिल जाती है। सड़क पर जाम से बचने के लिए आगे पीछे दाएं बाएं,एक-एक इंच जगह का इस्तेमाल करना पड़ता है वे यह भी नहीं जानते हैं। वह कहीं पर भी अपनी बारी से चलना उचित नहीं समझते हैं,तथा कहीं पर जगह कम होने पर सब लोग एक साथ वहां से निकलने की कोशिश करते हैं। स्कूटर मोटरसाइकिल वाले एक बस को चारों तरफ से घेर के खड़े हो जाते हैं, तथा उसके उसके आगे बढ़ाने के सारे रास्ते बंद कर देते हैं।
छुप गया कोई रे जाम में फंसा के, दर्द अनूठे हाय दे गया जाम के।