राजीव लोचन साह पता नहीं वर्षा अधिक हो रही है या कि हमारी बारिश झेलने की शक्ति कम पड़ रही है। अभी-अभी मानसून डट कर बरसा है। लगभग एक सप्ताह तक। अर्से के बाद ऐसी सतझड़ी देखने को मिली। दो-तीन महीन... Read more
देवेन मेवाड़ी चिड़ियों और चिड़ियों की दुनिया को पढ़ने में जिन्होंने अपनी ज़िंदगी बिता दी, वे ‘बर्ड मैन’ सालिम अली 12 नवंबर 1896 के दिन पैदा हुए थे। इसलिए उनको याद करते हुए, चिड़ि... Read more
संजय चौहान सुमित की ‘कल्पनाओं’ नें भरे गांव की दीवारों पर खुशियों के रंग, लाॅकडाउन में खिलखिलाने लगी अरखुंड की गलियाँ जीवन में रंगों का महत्व किसी से छुपा नहीं है। हम रं... Read more
संजय कुंदन 13.04.2020 वह नींद में कोड़े फटकारता है और चिल्लाता है वैज्ञानिकों, डॉक्टरों पर -जल्दी शोध पूरा करो, हमें दवा चाहिए टीका चाहिए इस बीमारी का वह परेशान है अपने देश में लाशों के लगते... Read more
कमलेश जोशी वर्षों से बहस चली आ रही है कि प्रकृति में जहर घुलता जा रहा है. प्रदूषण की समस्या बढ़ती जा रही है. पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है. जंगलों की कटाई के साथ-साथ आग लगने की घटनाएँ बढ़ रही... Read more