बी.डी. सुयाल जंगली जानवरों का जिक्र आते ही बाघ यानि टाइगर का खयाल स्वभाविक तौर पर दिमाग़ में आ जाता है। हालांकि उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में तेंदुए / गुलदार का राज रहता है। बीते वर्षों... Read more
अजय कुमार पिछले एक-दो दशकों से उत्तराखंड में मानव वन्यजीव संघर्ष तेजी से बढ़ा है। सूचना के अधिकार कानून के तहत मिली जानकारी के अनुसार राज्य बनने के बाद अप्रैल 2023 तक 1060 लोग वन्य जीवों के ह... Read more
द वायर स्टाफ उत्तराखंड सरकार की बहुप्रतीक्षित टाइगर सफारी परियोजना भारतीय वन सर्वेक्षण (एफएसआई) की एक रिपोर्ट के बाद सवालों के घेरे में आ गई है. द हिंदू के मुताबिक, एफएसआई की रिपोर्ट में कहा... Read more
हिमांशु जोशी जिस देहरादून में लोग प्रकृति के पास आने के लिए घूमने चले आते थे ,वहां पिछले कुछ दिनों से बड़ी तेजी से पेड़ों का कटान चल रहा है। दिल्ली-देहरादून के बीच के सफ़र को ढाई घंटे का करने... Read more
वर्षा सिंह अप्रैल में सामान्य से 6-7 डिग्री उपर चल रहा तापमान उत्तराखंड के वनों में आग की तीव्रता को बढ़ा रहा है। वन विभाग के लिए स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। कई जगह आग बुझाने के लिए पुलिस... Read more
विनोद पांडे आज संसार भर में पर्यावरण का संरक्षण करने की मुहिम चली है क्योंकि मानवीय गतिविधियों से पर्यावरण इस सीमा तक बिगड़ चुका है कि आने वाले समय में पर्यावरण असंतुलन से पृथ्वी पर हर प्रकार... Read more
ललित मौर्य हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स द्वारा किए अध्ययन से पता चला है कि वित्तीय संकट की वजह से वनों के बढ़ते विनाश की दर में करीब 36 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है। अपने इस अध्ययन में वन... Read more
डॉ मिथिलेश कुमार डांगी दुनिया के आदिवासियों और जंगलों के किनारे बसने वालों का दुर्भाग्य ही है कि उन्हें बार-बार उजाड़ना पड़ता है वह भी उनके अपने देशों के छद्म विकास के नाम पर ।... Read more
डा अतुल शर्मा * न हवा न पेड़ न न जडे़ न फल बस एक सीमेंट का पेड़ न घोंसला न बेल न छाल न फल फूलों का गिरना न फलों की रखवाली बस एक सीमेंट का पेड़ सीमेंट के पेड़ पर बैठी चिड़िया पहली बार सीमेंट... Read more
डॉ. चंदन सिंह अधिकारी जब ग्राम प्रधान, लोगों व प्रकृति के प्रति संवेदशील होते हैं तो वह गांव को स्वर्ग बना सकते हैं, परन्तु यदि उन्हें पर्यावरण की समझ ही न हो अच्छे और बुरे का ज्ञान ही न हो... Read more