हिमांशु जोशी कोरोना काल में देश के जानेमाने इतिहासकार, लेखक प्रो लाल बहादुर वर्मा भी चले गए। 10 जनवरी 1938 को जन्मे प्रोफेसर साहब ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ाया, यूरोप से पीएचडी की और फ... Read more
शुभनित कौशिक आज तड़के प्रसिद्ध इतिहासकार लाल बहादुर वर्मा का देहरादून में निधन हो गया। लाल बहादुर वर्मा यानी जीवन प्रवाह में बहता हुआ एक एक्टिविस्ट इतिहासकार। एक रंगकर्मी और संपादक, जो आजीवन... Read more
गोविन्द पंत ‘राजू’ अल्मोड़ा में विश्वविद्यालय परिसर के लिए उतरने वाली पगडंडी के ठीक ऊपर एक छोटा सा बोर्ड लगा होता था। चेतना प्रिटिंग प्रेस। चेतना प्रिटिंग प्रेस एक प्रेस से कहीं अधिक युवाओं क... Read more
सी. एस. कार्की विशाखापत्तनम में तो वैज्ञानिक आज कह रहे हैं कि शिक्षित युवकों को गाँव में जाना चाहिए परंतु उत्तराखण्ड के शिक्षित युवकों ने बिना विज्ञापन किए यह कार्य पहले ही प्रारंभ कर दिया ह... Read more
जगमोहन रौतेला उत्तराखण्ड में जनांदोलनों का प्रतीक रहे व चर्चित उपन्यासकार मित्र त्रेपन सिंह चौहान का लम्बी बीमारी के बाद आज प्रात: लगभग 6.30 बजे देहरादून के सिनर्जी अस्पताल में निधन हो गया... Read more
इंद्रेश मैखुरी सोशल मीडिया में लॉकडाउन का वक्त काटने के लिए लोग-आप मुझ को पहली बार कब मिले-को अभियान की तरह चलाये हुए हैं,तब एक लंबी,दुखद यात्रा से लौट कर मैं सोच रहा हूँ कि पुरुषोत्तम असनोड़... Read more
चारु तिवारी जानता तो मैं उन्हें बहुत पहले से था। पहली बार बहुत तरीके से मिले वर्ष 1992 में। उत्तराखंड क्रान्ति दल के गैरसैंण सम्मेलन में। इस सम्मेलन में गैरसैंण को राजधानी बनाने और इसका नाम... Read more
गोविंद पंत ‘राजू‘ असनोड़ा जी का निधन कोरोना के इस भयावह दौर में हमारे लिए सबसे बड़ी स्तब्धकारी घटना है। हम सभी जो उनसे प्यार करते थे , जो उनसे प्रेरणा लेते थे , जो उनसे सहयोग लेते... Read more
नवीन जोशी बाईस सितम्बर को अल्मोड़ा में शमशेर की याद में हुई बहुत अच्छी जुटान ने दो बातें स्पष्ट कीं. पहली यह कि उत्तराखण्ड और उसके बाहर भी शमशेर का बहुत सम्मान था. बहुत सारे लोग उसे सामाजिक-र... Read more
गोविन्द पंत ‘राजू’ अल्मोड़ा में विश्वविद्यालय परिसर के लिए उतरने वाली पगडंडी के ठीक ऊपर एक छोटा सा बोर्ड लगा होता था। चेतना प्रिटिंग प्रेस। चेतना प्रिटिंग प्रेस एक प्रेस से कहीं अधिक युवाओं क... Read more