लेखक- चन्दशेखर लोहुमी ‘मेरा जीवन मेरा अनुभव ‘– चन्द्रशेखर लोहुमी इस कवर पेज को देखते ही मुझे उस वक्त की याद आ गई जब मैं हाईस्कूल में था। उन दिनों इस खोजकर्ता एवं इनकी खोजों... Read more
प्रदीप सिंह सर्व सेवा संघ परिसर पर कब्जा के बाद विनोबा-जेपी की विरासत यानि सर्वोदय प्रकाशन से प्रकाशित 1500 टाइटल की 3 करोड़ से अधिक किताबों को सुरक्षित रखना चुनौती साबित हो रही है। जेल से न... Read more
शिरीष मौर्य हिमालय की ओर जाते रास्ते अपनी बनावट में मनुष्य की अपनी जिजीविषा का प्रतिरूप हैं। मनुष्य ने जहां जाना चाहा या उसे जहां जाना पड़ा, उसने राह बनाई। मनुष्यों की यह आवाजाही उसके सं... Read more
चंद्रकला इस्लाम हुसैन साहब से कई मौकों पर मुलाकात हुई। लेकिन उनकी हैसियत से मैं वाकिफ नहीं थी, कहानी की फनकारी से तो बिल्कुल भी नहीं। मेरी दीदी हेमलता से उनके बारे में तब जानकारी मिली जब... Read more
शिवप्रसाद जोशी पांच दशकों से लगातार अपनी कथाओं से भारतीय साहित्य को और हिंदी भाषा को भरते, चकित और रोमांचित करते हुए सुभाष पंत का नया कहानी संग्रह, “इक्कीसवीं सदी की एक दिलचस्प दौड़” के नाम... Read more
धीरज उप्रेती पूर्णागिरी तहसील के ईमानदार अधिकारी हिमांशु कफल्टिया का स्थानान्तरण आम जनता के बीच सवाल बनकर घूम रहा है। सवाल उठ रहा है कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि नेकदिल और कुशल प्रशासक को एकदम... Read more
प्रकाश चन्द (11th) नानकमत्ता पब्लिक स्कूल दीवार पत्रिका उस वक़्त नन्हीं सी थी जब जन्म हुआ था। समझदार भी नहीं थी। सिर्फ बोलना जानती थी लेकिन हमारी आवाज़ से। वक़्त के साथ बड़ी होती गई। नए-नए लेखों... Read more
बी0 आर0 पंत किसी भी क्षेत्र की वनस्पतियां चाहे वे मुख्य हों या फिर सूक्ष्म से सूक्ष्म वहां की धरातलीय बनावट एवं जलवायु पर निर्भर होती है। नैनीताल एक ऐसा जनपद है जो समतल मैदानी क्षेत्र जो 300... Read more
गुरप्रीत कौर कक्षा 11वीं नानकमत्ता पब्लिक स्कूल, उत्तराखंड। “संगीत सुनना एक कला है। लिखना भी। और आलोचना सबसे बड़ी कला है।” इस पंक्ति को जे सुशील जी अपनी किताब ‘जेएनयू अनंत,... Read more
अभिषेक अग्रवाल नवीन जोशी की कहानियों का यह तीसरा संग्रह है। ‘अपने मोर्चे पर’ (1992) और ‘राजधानी की शिकार कथा’ (2004) के बाद बहुत लम्बे अंतराल से यह कहानी संकलन प्रकाशित हो रहा है। वे बहुत कम... Read more