प्रकाश चन्द कक्षा 10 नानकमत्ता पब्लिक स्कूल (उत्त्तराखंड) पहाड़ों में रास्ते खोजना बहुत सरल है, दूर से ही अनेकों सड़कें चोटियों पर नज़र आ जाती है, लेकिन रास्ते बनाना उतना ही मुश्किल। इन रास्तों... Read more
नवीन जोशी 1970 के दशक का उत्तराखण्ड का ‘चिपको आंदोलन’ विश्वविख्यात है। यह तथ्य भी कमोबेश ज्ञात है कि इस आंदोलन के पीछे मुख्य रूप से महिलाएं थीं। कुमाऊं में 1984 में छिड़ा ‘नशा नहीं, रोजगार दो... Read more
अरुण कुकसाल वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली और भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला से 2019 में प्रकाशित ‘हरी भरी उम्मीद’ (चिपको आन्दोलन और अन्य जंगलात प्रतिरोधों की परम्परा) किताब उस समाज को समर्पित ह... Read more
दिनेश कर्नाटक ‘अमेरिका में मेरे दो वर्ष’ आजीवन गांधीवादी सिद्धांतों पर चलने वाले स्वर्गीय गोपाल दत्त पांडे की सन 1960-61 में अमेरिका में बिताए दो वर्ष की डायरी है। हाल ही में कर... Read more
दिनेश कर्नाटक जाति व्यवस्था अपने देश की एक ऐसी बीमारी है, जिसका समाधान संविधान तथा कानूनी रूप से होने के बावजूद समाज तथा लोगों की सोच के स्तर पर आजादी के 72 बाद भी नहीं हो पाया है। इसके मूल... Read more
डाॅ. कपिलेश भोज उŸाराखण्ड के जाने-माने इतिहासविद् और लेखक ताराचन्द्र त्रिपाठी (जन्म: 24 जनवरी, सन् 1940) की-सन् 1998 में राजकीय इण्टर काॅलेज, नैनीताल से प्राचार्य के पद से सेवानिवृŸा होने के... Read more