देवेन मेवाड़ी चिड़ियों और चिड़ियों की दुनिया को पढ़ने में जिन्होंने अपनी ज़िंदगी बिता दी, वे ‘बर्ड मैन’ सालिम अली 12 नवंबर 1896 के दिन पैदा हुए थे। इसलिए उनको याद करते हुए, चिड़ि... Read more
आशुतोष उपाध्याय आज जब हमारी शिक्षा/सामाजिक वातावरण हमें अपने परिवेश की ख़ोजबीन से दूर करने पर आमादा हैं, पक्षियों पर एक ताज़ा और अनूठी क़िताब ठहरकर देखने का आमंत्रण देती है. उत्तराखंड के पक्षिय... Read more
डॉ. हरीश चन्द्र अन्डोला भारत में पक्षियों की आबादी बहुत तेजी से गिर रही है। कई प्रकार की जातियों पर संकट खड़ा हो गया है। गिद्धों की बात करें तो वे विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गए हैं। ऐसे म... Read more
देवेन्द्र मेवाड़ी दिन भर घर-आंगन और फूलों की क्यारियों में भोजन तलाशते सतभय्यों यानी जंगल बैबलर की टोली पश्चिम दिशा से सांझ को उतरते देख, आपस में चुक-चुक-चुक-चुक की अपनी भाषा में घर लौटने की... Read more