हिमांशु लटवाल
अल्मोड़ा में जंगल की आग लोगों की जान पर भारी पड़ने लगी है। अल्मोड़ा रेंज के स्यूनराकोट में जंगल की आग की चपेट में आने से एक लीसा श्रमिक की मौत हो गई। जबकि 3 अन्य श्रमिक घायल हो गए। घटना के बाद वन महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
घटना 2 मई की शाम की है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक स्यूनराकोट के जंगल में आग लगी है और शाम को तेज हवा के साथ आग ने विकराल रूप ले लिया। इस दौरान कुछ नेपाली श्रमिक जंगल में लीसा निकालने के कार्य में जुटे थे। अचानक सभी श्रमिक चारों ओर से आग की लपटों से घिर गए। श्रमिकों ने आग बुझाने की कोशिश की। इस दौरान 4 श्रमिक आग की चपेट में आ पड़े। जिसमें एक नेपाली श्रमिक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि 3 अन्य श्रमिक झुलस गए।
घटना की सूचना के बाद सीओ विमल प्रसाद भी मौके पर घटनास्थल पहुंचे। सोमेश्वर थाना पुलिस व स्थानीय लोगों ने घायलों को सड़क तक पहुंचाया। जिसके बाद 108 आपातकालीन सेवा के माध्यम से घायलों को बेस अस्पलाल पहुंचाया।
वन क्षेत्राधिकारी मोहन राम आर्या भी घटनास्थल पहुंच चुके है। उन्होंने बताया कि हादसे में एक लीसा श्रमिक की मौत हो गई है। जबकि 3 श्रमिक आग से झुलस गए है। मृतक व घायल नेपाल मूल के रहने वाले हैं।
आग की घटना में जनहानि होने से वन विभाग में हड़कंप मच गया। घायल श्रमिकों को बेस अस्पताल में भर्ती किया गया है। अस्पताल में उपचार के दौरान दूसरे श्रमिक की भी मृत्यु हो गयी। इस मामले में वन विभाग व पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। इस भीषण अग्निकांड में अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है।
प्रभागीय वनाधिकारी वन प्रभाग, अल्मोड़ा दीपक कुमार ने बताया कि जंगल की आग की चपेट में आने से कुल 4 लीसा श्रमिक झुलस गए थे। जिसमें एक कि मौके पर मौत हो गयी थी। जबकि तीन घायलों को बेस अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां बीती देर रात उपचार के दौरान एक श्रमिक की मौत हो गयी। आग में झुलसे 2 महिला श्रमिकों को बेस अस्पताल से हल्द्वानी के लिए रेफर कर दिया है।
मालूम हो कि बीते गुरुवार की शाम सोमेश्वर थानाक्षेत्र के स्यूनराकोट में एक बड़ा हादसा हो गया। वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, स्यूनराकोट के जंगल में लीसा दोहन का कार्य चल रहा है। नेपाल मूल के दीपक पुजारा (35 साल) व उसकी पत्नी शीला (30 साल), ज्ञान बहादुर (40 साल) व उसकी पत्नी पूजा (28 साल) लीसा दोहन का काम कर रहे थे। इस दौरान चारों जंगल की आग की चपेट में आ गए। दीपक पुजारा की मौके पर मौत हो गयी।
यह चारों श्रमिक ठेकेदार रमेश भाकुनी के अंतर्गत लीसा दोहन का कार्य कर रहे थे। सूचना के बाद ठेकेदार रमेश भाकुनी मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों की मदद से घायलों को सड़क तक पहुंचाया और घायलों को बेस अस्पताल भर्ती किया गया। बीती देर रात उपचार के दौरान ज्ञान बहादुर की मौत हो गई। रेंजर मोहन राम आर्या ने बताया कि आग में झुलसे 2 महिलाओं को हायर सेंटर रेफर कर दिया है।
फोटो इंटरनेट से साभार