त्रिलोचन भट्ट यह इत्तेफाक है कि कल जब गृह मंत्री उत्तराखंड के लिए घस्यारी योजना की शुरुआत कर रहे थे, ठीक उसी समय भाई शंकर गोपाल मेरे साथ थे। हम दोनों उस समय भू कानून को लेकर किए जा रहे प्रदर... Read more
नवीन जोशी बहुत प्यारे इनसान, लेखक, आंदोलनकारी और नवोन्मेषी दोस्त त्रेपन सिंह चौहान की मृत्यु की खबर सुनने के बाद लगातार उसके बारे में सोचता रहा हूं. मात्र 48 साल की उम्र में वह चला गया. पिछल... Read more
जगमोहन रौतेला उत्तराखण्ड में जनांदोलनों का प्रतीक रहे व चर्चित उपन्यासकार मित्र त्रेपन सिंह चौहान का लम्बी बीमारी के बाद आज प्रात: लगभग 6.30 बजे देहरादून के सिनर्जी अस्पताल में निधन हो गया... Read more
केशव भटृ 21 सितंबर 2014 को रविवार का वो दिन मेरे सांथ ही नागरिक मंच के सांथियों के लिए काफी चहल—पहल भरा था. साल में सितंबर के बाद महिने में किसी रविवार को मंच, अपने—अपने क्षेत्र में समाज के... Read more
प्रमोद साह ‘हम लडने रया ,हम लडने रूलो ” गिरीश तिवारी गिर्दा के गीत की यह पंक्तियां , उत्तराखंड समाज के पुनर्निर्माण हेतु हमेशा एक सूत्र वाक्य का कार्य करती हैं । बार-बार यह विश्व... Read more
योगेश भटृ समाज संघर्षों से जिंदा है और संघर्ष त्रेपन सिंह चैहान जैसे शख्सियतों से। समाजिक सरोकारों को समर्पित जन संघर्षों का एक सशक्त हस्ताक्षर, जिसका पूरा जीवन समाज के लिए संघर्ष को... Read more
अरुण कुकसाल मित्रों से विनम्र निवेदन है कि- त्रेपन भाई के जीवन को बचाने के लिए आगे आयें। मित्र, त्रेपन सिंह चौहान की छवि मेरे मन-मस्तिष्क में ‘विश्व प्रसिद्ध साहित्यकार हावर्ड फास्ट क... Read more
त्रेपन सिंह चौहान के दो बेहद पठनीय उपन्यासों, ‘यमुना’ और ‘हे ब्वारी’ में उत्तराखंड राज्य आन्दोलन की पृष्ठभूमि, 1994 के ऐतिहासिक राज्य आन्दोलन और उसमें हुए दमन, उत्तराखंड राज्य के गठन और राज्... Read more
अरुण कुकसाल मित्र, त्रेपन सिंह चौहान की छवि मेरे मन-मस्तिष्क में ‘विश्व प्रसिद्ध साहित्यकार हावर्ड फास्ट के नायक ‘स्पार्टकस’ की तरह है जो कि सामाजिक-राजनैतिक सत्ता के अन्याय के विरुद्ध हमेशा... Read more