पवन चौहान ‘शैक्षिक दखल’-यह उस पत्रिका का नाम है जो शिक्षा से जुड़े मुद्दों पर बहुत ही सुंदर तरीके के साथ बेबाकी से बात करती है। इस पत्रिका के प्रकाशन को 12 वर्ष हो चुके हैं, और पत्रिका निरंत... Read more
डॉ. अरुण कुकसाल आने वाला समाज अपने आचरण, कार्यों और उपलब्धियों से और बेहतर हो, यह इच्छा सामान्यतया हर इंसान में रहती है। परन्तु, इस भावना को अमली-जामा पहनाने की जिम्मेदारी का वहन करने का दृड... Read more
नैनीताल समाचार टीम चुरू(राजस्थान)। किड जोन छापर में आयोजित बच्चों की कार्यशाला में आज बच्चों को किडजोन स्थित पुस्तकालय से एक-एक पुस्तक पढ़ने को दी गई। बच्चों को पूरी पुस्तक/पत्रिका की समीक्षा... Read more
विनीता यशस्वी कभी-कभी कुछ संयोग ऐसे बनते हैं जो हमेशा के लिये बहुत प्यारी और मीठी यादें दे जाते हैं। ऐसा ही कुछ संयोग 27 तारीख को बना जब अचानक ही बच्चों के एक पुस्तकालय में जाने का मौका मिल... Read more
शीतल न बोलती है, न झगड़ती है,लेकिन किताबे हमें वह देती है; जो हमारा जीवन व्यक्तित्व और समाज के प्रति हमारा नजरिया बदल देती है।उनकी शक्ति सबसे व्यापक है।क्या नहीं है किताबों के पास ; असंभव को... Read more
रिया कक्षा – 10 नानकमत्ता पब्लिक स्कूल उसका कहना था कि वो अब बड़ी हो गई है। खेलने-कूदने का समय नहीं बचा है! योगिता की ही तरह तो होता है हम सबके साथ। बड़े होते-होते इतने बड़े हो जाते... Read more
बालकृष्ण चंद प्रेस विज्ञप्ति.. कथा सम्राट प्रेमचंद की 140 वीं जयंती के अवसर पर रचनात्मक शिक्षक मण्डल की पहल पर रामनगर के सामाजिक,आर्थिक,भौगोलिक रूप से पिछड़े 10 गांवों में प्रेमचंद बाल पुस्तक... Read more
राजेश जोशी मुझे पहले ही समझ जाना चाहिए था विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में जब ख़ामोशी से पढ़ते हुए छात्रों पर अचानक पुलिस ने लाठियाँ भाँजना शुरू किया और किताबों को फाड़ डाला…. मुझे तो तब... Read more