सी एम पपनैं पौडी गढ़वाल (उत्तराखंड)। आयोजन समिति पौडी गढ़वाल तथा उमेश डोभाल स्मृति ट्रस्ट द्वारा, 14 व 15 मई को, 30वां उमेश डोभाल स्मृति समारोह का भव्य आयोजन, नगर पालिका बारात घर मे, आयोजित... Read more
आशीष नेगी पत्रकार उमेश डोभाल की शहादत दिवस पर उमेश डोभाल स्मृति ट्रस्ट द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता शिक्षक,चिन्तक एवं साहित्यकार मनोहर चमोली ‘मनु’ ने कहा कि कल, आज और कल क... Read more
अरुण कुकसाल सत्तर के दशक में गढ़वाल विश्वविद्यालय का मेघावी छात्र उमेश डोभाल कलम के चश्के के कारण घुमन्तू पत्रकार बन गया। पीठ पर पिठ्ठू लादे दुर्गम पहाड़ों की कोख में समाये गांवों-कस्बों की धू... Read more
हृदयेश जोशी कमाल ख़ान के जाने के बाद एक मित्र ने सुबह कहा कि कमाल के बिना लखनऊ की कल्पना नहीं की जा सकती. यह बात पत्रकारिता के संदर्भ में थी और ये सही है कि कमाल के बिना लखनऊ ही नहीं पूरे उत... Read more
व्योमेश जुगरान सत्तर के दशक में जब पौड़ी को एक मुकम्मल शहर हुए सालों बीत चुके थे, तब भी इसकी सरहद से लगे पौड़ीगांव, च्वींचा, कांडई और बैंग्वाड़ी गांव के लोगों से उलझना समझदारी नहीं मानी जाती... Read more
द वायर स्टाफ नई दिल्ली: देश के चीफ जस्टिस एनवी रमना का कहना है कि खोजी पत्रकारिता की अवधारणा दुर्भाग्य से मीडिया परिदृश्य से कम से कम भारतीय संदर्भ में गायब हो रही है. चीफ जस्टिस ने पत्रकार... Read more
जगमोहन रौतेला पंकज सिंह महर था तो सरकारी नौकरी (विधानसभा में प्रतिवेदक/रिपोर्टर ) में, पर राज्य बनने के दो दशक बाद भी विकास व व्यवस्था के स्तर पर जो चिंताजनक हालात हैं, उसके खिलाफ वह... Read more
देवेन मेवाड़ी वरिष्ठ संपादक-पत्रकार विष्णु दत्त उनियाल जिन्होंने नैनीताल में पत्रकारिता का परचम पहराया आज (30 मई 2021) उनकी जन्म शताब्दी है। आज से ठीक पैंसठ वर्ष पहले 1956 में उन्होंने पहली ब... Read more
गोविंद पंत ‘राजू’ पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में आ रही प्राकृतिक आपदाएं जैसे कुछ बहुत बड़े अनिष्ट की चेतावनी दे रही थीं। यह शायद हमारे दौर के सबसे बड़े गृहस्... Read more
हिमांशु जोशी कोरोना काल में देश के जानेमाने इतिहासकार, लेखक प्रो लाल बहादुर वर्मा भी चले गए। 10 जनवरी 1938 को जन्मे प्रोफेसर साहब ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ाया, यूरोप से पीएचडी की और फ... Read more