दयानिधि हर साल 31 अक्टूबर को विश्व शहर दिवस मनाया जाता है, इस दिन का उद्देश्य शहरीकरण के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इस पर वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देना है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार दुनिया भ... Read more
सुशील उपाध्याय पाकिस्तान से जुड़ी हुई कोई भी बात बस उतनी ही पुरानी है, जितनी पुरानी घर में मौजूद दादाजी की यादेें। महज 75 साल पहले के इतिहास के पन्नों को उठा कर देखिए तो कई तरह के आश्चर्य घेर... Read more
कनक तिवारी, छत्तीसगढ़ के पूर्व महाधिवक्ता कर्नाटक के हुगली से उपजे हिजाब विवाद पर फैसला आधा अधूरा फिलवक्त सुप्रीम कोर्ट से हुआ है। जस्टिस हेमन्त गुप्ता की वरिष्ठता वाली द्विसदस्यीय बेंच मे... Read more
नवीन बिष्ट ‘‘सीने में जलन आंखों में तूफान सा क्यों है, इस शहर में हर शख्स परेशान सा क्यों है ? दिल है तो धड़कने का बहाना कोई ढँूढें, पत्थर की तरह बेहिसो बेजान सा क्यों है ?’’ 1978... Read more
राजीव लोचन साह वर्ष 1991 में कांग्रेस की तत्कालीन नरसिंहाराव सरकार ने निजीकरण और आर्थिक उदारीकरण का जो चक्र शुरू किया था, उसने इधर 360 डिग्री की यात्रा पूरी कर ली है। उससे पहले जीवन बड़ा सरल... Read more
सुसैन चाको व ललित मौर्या हिमालयी क्षेत्र में बढ़ते पर्यटन के चलते हिल स्टेशनों पर दबाव बढ़ रहा है। इसके साथ ही पर्यटन के लिए जिस तरह से इस क्षेत्र में भूमि उपयोग में बदलाव आ रहा है वो अपने आप... Read more
पुलकित कुमार शर्मा मई के महीने में थोक महंगाई दर अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। आर्थिक सलाहकार कार्यालय द्वारा कल मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में थोक महंगाई दर बढ़कर 15.88 फीसदी... Read more
राजेन्द्र भट्ट अपने देश में शिक्षा से जुड़े सवालों पर लिखना चाहता हूँ पर सीमाएं बहुत हैं। एक तो शिक्षाविद नहीं हूँ, दूसरे विषय ऐसा है कि ऊन का गोला बनाना है और मुद्दे धागों की तरह उलझे हैं।... Read more
बी.आर.पन्त किसी भी क्षेत्र में कितनी आबादी निवास करती है, इसकी गणना पूर्व में भू अभिलेखों या किसी क्षेत्र विशेष के बारे में लिखे यात्रा वृतान्त के अध्ययन से प्राप्त होती थी। आबादी के अनुसार... Read more
विनीता यशस्वी कभी-कभी कुछ संयोग ऐसे बनते हैं जो हमेशा के लिये बहुत प्यारी और मीठी यादें दे जाते हैं। ऐसा ही कुछ संयोग 27 तारीख को बना जब अचानक ही बच्चों के एक पुस्तकालय में जाने का मौका मिल... Read more