रमेश शर्मा ‘डाउन टू अर्थ’ से साभार पंचायती राज की नैतिक अवधारणा में ग्राम सभा और पंचायत, व्यवस्था तंत्र की परिधि का केन्द्रबिन्दु है। भारत जैसे महान समाजवादी गणराज्य में – लोगों की जो... Read more
राजीव लोचन साह 24 अप्रेल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाया जाता है, क्योंकि इसी रोज वर्ष 1993 में देश में 73वाँ संविधान संशोधन कानून लागू हुआ था, जो त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं को असीम... Read more
विवेक मिश्रा ‘डाउन टू अर्थ’ से साभार भारत 29 लाख की आबादी के अंतर से चीन को पछाड़ कर दुनिया में सर्वाधिक आबादी वाला देश बन चुका है। यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड (यूएनएफपीए) की द स्टेट ऑफ वर्ल... Read more
आनंद स्वरूप वर्मा ‘जनचौक’ से साभार भूटान के तीसरे राजा जिग्मे दोरजी वांग्चुक जनतांत्रिक सुधारों के पक्षधर थे और अपने बीस वर्षों के शासन काल में उन्होंने इस दिशा में काफी काम किया था। उन्होंन... Read more
राजीव लोचन साह पिछले एक दशक में देश के जिन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बदलाव आये हैं, उनमें से एक है मीडिया। इससे पहले मीडिया सरकार से लगातार सवाल पूछता हुआ, उसके कामकाज को निर्मम होकर तौलता ह... Read more
रमदा हॉटमिक्स सड़कें बड़ी आरामदायक होती हैं, वाहन जैसे मक्खन पर फिसलते से चलते हैं. सड़कों के क्षतिग्रस्त हो जाने पर, तीन इंच मोटी, एक नयी सतह पुरानी के उपर चढ़ा दी जाती है और सड़क फिर चकाचक. हाँ... Read more
राजीव लोचन साह माननीय न्यायपालिका के प्रति समस्त सम्मान रखते हुए भी यह कहना होगा कि अनेक बार अदालतें भारी चूक कर जाती है। कई बार उसका ध्यान ऐसी चूकों की ओर खींचना पड़ता है तो कई बार वह स्वयं... Read more
शुचिता झा, जुम्बिश ‘डाउन टू अर्थ’ से साभार छत्तीसगढ़ के उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के 18 गांवों के निवासियों ने 20 जून को व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्ग 130 सी को अवरुद्ध कर दिया। गर... Read more
अनिल अश्विनी शर्मा इला भट्ट नहीं रहीं। यह खबर सुनते ही दिमाग में बात आई “सेवा” वाली इला भट्ट। एक स्त्री की अस्थि-मज्जा जब गांधीमय हो जाती है तो उसका नाम इला भट्ट ही हो सकता है। महात्मा गांधी... Read more