संजय कुकसाल
कहते हैं न अगर एक टीम के साथ मिलकर किसी कार्य को पूर्ण करने का संकल्प लिया जाए तो वह कार्य हमेशा सफल होता है। यह और भी गुणवत्तापूर्ण हो जाता है तब होता है एक प्रधानाध्यापक अपने सहकर्मी, समाज व अभिभावकों के साथ एक सामंजस्य बना पाए। जब समाज विद्यालय के नजदीक आता है तो उसके सुखद परिणाम सामने जरूर आते हैं। यह सब हमारे हमारे विद्यालय राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय बड़ेथी में देखने को मिलेगा। हमारा विद्यालय उत्तरकाशी जनपद के चिन्यालीसौड़ विकासखंड के बड़ेथी कस्बे में स्थिति है। 2016 में राजकीय प्राथमिक बड़ेथी जब आदर्श विद्यालय हुआ तब यहां छात्र संख्या मात्र 36 थी।
जून 2015 में प्रधानाध्यापक के रूप में मेरा स्थानांतरण इस विद्यालय मे हुआ था। तब मेरी सहकर्मी के प्रयासों से छात्र संख्या 53 हो गयी थी। इस दौरान समुदाय से बातचीत की गयी उन्हें विश्वास दिलाया कि हम आपके बच्चों को अच्छी शिक्षा देंगे व साथ ही उनके साथ पूर्व के विद्यालय में अच्छे प्रयासों को साझा किया गया।
आदर्श विद्यालय होने पर दो अध्यापक के स्थान पर 6 अध्यापक हो गए, प्रधानाध्यापक होने के नाते सामने ज्यादा चुनौती थी, चुनौती यह थी कि कैसे विद्यालय में नामांकन को और सीखने की गुणवत्ता में सुधार लाया जाए साथ कैसे 6 लोगों के स्टाफ के साथ आपसी तालमेल बैठाकर काम किया जाए। लेकिन विद्यालय के 5 विषयवार अध्यापक और 1 प्रधानाध्यापक द्वारा एक टीम के रूप में अथक मेहनत से बच्चों के शिक्षण कार्य और अन्य गतिविधियों पर फोकस किया गया । उसका परिणाम यह हुआ कि विद्यालय की छात्र संख्या आज 125 है।
शैक्षिणक व अन्य गतिविधियां- विद्यालय में जहां एक तरफ योजनाबद्ध रूप से बच्चों को विषयगत शिक्षण दिया ही जाता है उसके साथ ही बच्चों के उज्ज्वल भविष्य व प्रतिभाओं को निखारने के लिए विभिन्न स्तरों की प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारियां बड़ी मेहनत व लगन से की जाती है। अभी तक विद्यालय से 3 छात्र का चयन नवोदय विद्यालय एवं 1 छात्रा का चयन हिम ज्योति विद्यालय देहरादून में हुआ जो कि विद्यालय के लिए व पूरी विद्यालय टीम के लिए गौरव बात है द्य विभागीय प्रतियोगिताएं जैसे गणित विजार्ड, इंग्लिश इस्पेलिंग जीनियस परीक्षा, सपनों की उड़ान में भी विद्यालय के बच्चे हर वर्ष राज्य स्तर तक की प्रतियोगिता में प्रतिभाग करते रहे है। 2020 में विद्यालय से छात्र सैफ अली राज्य स्तर पर इंग्लिश जीनियस प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान पर रहे। राजकीय आदर्श विद्यालय बड़ेथी में प्रत्येक वर्ष वार्षिकोत्सव का आयोजन होता है जिससे बच्चे की प्रतिभा में निखार आ सके। साथ ही बच्चों को दूसरी जगहों का एक्सपोजर देने के उद्देश्य से विद्यालय द्वारा हर वर्ष बच्चों के लिए शैक्षिक भ्रमण कराया जाता है किया जाता है। 2020 में विद्यालय के 40 बच्चों को हरिद्वार, देहरादून का भ्रमण कराया गया इस दौरान बच्चों रेलयात्रा कारवाई गई, विज्ञान धाम व फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट (थ्त्प् क्मीतंकनद) ले जाया गया द्य उक्त आयोजनों का संपूर्ण व्यय विद्यालय परिवार द्वारा वहन किया जाता है। कोविड के कारण पिछले 2 वर्षों से भ्रमण का कार्यक्रम नही हो पाया है। विद्यालय में कंप्यूटर एवं स्मार्ट कक्षाएं भी संचालित हो रही हैं ।
प्रार्थना सभा- ऐसा कहा जाता है कि प्रार्थना सभा बच्चों में नेतत्व क्षमता का विकास करती है। इसके लिए पूरा विद्यालय परिवार प्रयास करता है की प्रेत्यक बच्चे को मंच मिले। नियमित रूप से प्रार्थना सभा को 30 मिनट दिया जाता है। इस दौरान बच्चे पिछले दिन टीवी व पेपर की मुख्य न्यूज सबके सामने सुनाते है, प्रत्येक दिन 2 बच्चे सामान्य ज्ञान की जानकारी देते है द्य 2 बच्चे कहानी व कविता सुनाते। इसका परिणाम यह के हमारे विद्यालय के बच्चे आत्मविश्वास के साथ अन्य लोगों के सामने बातचीत व विचार रख पाते हैं।
कोरोना काल के दौरान शैक्षणिक गतिविधियां – कोरोना काल में सभी अध्यापकों द्वारा घर-घर जाकर अध्यापन का कार्य किया गया साथ ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से अध्यापन किया गया। इस प्रयास के लिए विद्यालय को जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया, साथ ही अभिभावकों द्वारा इसकी सराहना की गयी जो कि विद्यालय परिवार के लिए गौरव के क्षण थे।
समुदाय की भागीदारी- विद्यालय की मेहनत व कड़े प्रयासों के चलते अभिभावक व समुदाय का विश्वास विद्यालय पर बढ़ रहा है। आमतौर पर माना जाता है कि सरकारी विद्यालय में गरीब अविभावकों के बच्चे ही आते मगर इस विद्यालय में सरकारी सेवा में कार्यरत अविभावकों के बच्चे भी यहां अध्यनरत हैं। पूरा विद्यालय परिवार एक टीम रूप में कार्य कर रहा है जिसमें विद्यालय को सफलता दर सफलता मिल रही है। समुदाय की सहयोग व भागीदारी की बात आती है तो राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय इसमें पीछे नहीं है वर्तमान समय में ैडब् की बैठक प्रत्येक माह में होती है। अमूमन विद्यालयों के शिक्षक बैठक में समुदाय की प्रतिभागिता की चिंता को साझा करते रहते हैं लेकिन हमारे विद्यालय में स्थिति इसके उलट है। हम हर वर्ष वार्षिकोत्सव का आयोजन करते हैं। जिसमें समुदाय की भागीदारी उत्साह बढ़ाने वाली होती है। इस उत्सव की पूर्व तैयारी समुदाय व अभिभावकों के साथ मिलकर की जाती है। जिसका लाभ यह होता है कि समुदाय के द्वारा भी आर्थिक सहयोग मिल जाता है। इस वार्षिकोत्सव को मनाने में लगभग बीस हजार रूपये खर्च होते हैं। इस वार्षिकोत्सव को बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। जिसमें पूरे गांव के लोगों को आमंत्रित किया जाता है और साथ ही साथ उनके भोजन की भी व्यवस्था की जाती है। यह सब करने से समुदाय में एक सकारात्मक संदेश जाता है।