तेजेंदर विर्क
उत्तराखण्ड में संयुक्त किसान मोर्चा के गठन के लिए आज 29 अगस्त 2021 को रुद्रपुर के गोल बाजार स्थित गुरुद्वारे में प्रदेश के किसान संगठनों की एक साझा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में किसान आंदोलन से जुड़े प्रदेश भर के दो दर्जन संगठनों ने हिस्सा लिया। बैठक में किसान संयुक्त मोर्चा उत्तराखंड की 7 सदस्यीय समन्वय समिति के गठन की घोषणा की गई। बैठक की अध्यक्षता अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य महासचिव गंगाधर नौटियाल ने की और बैठक के लिए आधार वक्तव्य अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव पुरुषोत्तम शर्मा ने रखा। तराई किसान संगठन के अध्यक्ष तेजेंदर विर्क ने संयुक्त मोर्चे का उत्तराखण्ड में ढांचा खड़ा करने का प्रस्ताव दिया।
बैठक में किसान संयुक्त मोर्चे के आह्वान पर 25 सितम्बर के भारत बंद को पूरे जोर से लागू करने, 5 सितम्बर को मुजफ्फरनगर में आयोजित संयुक्त किसान मोर्चे की राष्ट्रीय रैली को सफल बनाने पर विस्तार से चर्चा हुई। उत्तराखण्ड राज्य के पर्वतीय क्षेत्र में किसान आंदोलन के विस्तार के लिए मुद्दों पर भी चर्चा हुई। तीन कृषि कानूनों के माध्यम से पीडीएस सिस्टम को खत्म करने की साजिश और कारपोरेट भूमि लूट को बढ़ाने वाले उत्तराखण्ड के संशोधित भू कानूनों के मुद्दे को भी वर्तमान किसान आंदोलन के एजेंडे में शामिल करने पर सहमति बनी।
बैठक के अंत में तय किया गया कि संयुक्त किसान मोर्चा के विस्तार के साथ राज्य स्तरीय बड़े ढांचे के निर्माण के लिए 25 सितम्बर भारत बंद के बाद देहरादून में एक विस्तारित बैठक बुलाई जाएगी। बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा उत्तराखण्ड की एक सात सदस्यीय संयोजन समिति का गठन किया गया। जिसके संयोजक गंगाधर नौटियाल को नियुक्त किया गया। समिति में पुरुषोत्तम शर्मा (अखिल भारतीय किसान महासभा), तेजेंदर विर्क (तराई किसान संगठन), अवतार सिंह (बीकेयू एकता उगराहां), जगतार बाजवा (भूमि बचाओ आंदोलन), जीतेन्दर सिंह जीतू (बीकेयू टिकैत), गुरुसेवक सिंह (बीकेयू चढूनी) शामिल हैं।
इनके अलावा बैठक में तराई किसान संगठन के सलविंदर सिंह, जनकवि व बीकेयू उगराहां के बल्ली सिंह चीमा, प्रोग्रेसिव फार्मर फ्रंट के गुरमीत सिंह मंगट, बीकेयू टिकैत के प्रभदीप सिंह संधू, इंकलाबी मजदूर केंद्र के दिनेश भट्ट, वन गुर्जर अधिकार मंच के आलमगीर, किसान संघर्ष समिति रामनगर के ललित उप्रेती, एटार्क मजदूर यूनियन के विशाल पटेल, अनसुनी आवाज से रूपेश कुमार सिंह, अ. भारतीय किसान सभा से राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, प्रेरणांशु से पलास विश्वास, नैनीसार किसान आंदोलन से प्रभात ध्यानी, ऐपवा से अमनदीप कौर, अ. भारतीय किसान सभा से शिव प्रसाद देवली, किसान सभा से जागीर सिंह, अखिल भारतीय किसान महासभा से बहादुर सिंह जंगी, आनंद सिंह नेगी ने भी अपने विचार रखे। बैठक में ऐपवा की नेता विमला रौथाण, एक्टू नेता मास्टर निशान सिंह, ललित मटियाली, रामकरन पासवान, टी के एस के नवजोत सिंह, राजेन्द्र सिंह खैरा, अखिल भारतीय किसान सभा के जागीर सिंह गिल, नारायण सिंह, अखिल भारतीय किसान महासभा के भुवन जोशी, आनंद दानू, नैन सिंह कोरंगा, रुद्रपुर के मशहूर व्यापारी सुरेंद्र सिंह ज्ञानी, दर्शन सिंह, निशांत सिंह संधू, वन गुर्जर अधिकार मंच के मोहम्मद यामीन बिन्नी,प्रोग्रेसिव फार्मर फ्रंट के मारुति मानव आदि प्रमुख लोगों ने भागीदारी की।
बैठक में कल करनाल और अमृतसर में किसानों पर किये गए बर्बर दमन की कड़ी निंदा की गई। बैठक ने सभी गिरफ्तार किसानों को रिहा करने, उन पर लगे झूठे मुकदमे वापस लेने और लाठीचार्ज का आदेश देने वाले एसडीएम को बर्खास्त करने की मांग की गई।