अशोक पांडे दिएगो मारादोना ने अपने टखने और बांह पर बीसवीं सदी के दो सबसे बड़े लातीन अमेरिकी क्रांतिकारियों फिदेल कास्त्रो और चे गुएवारा के टैटू गुदवा रखे थे. एक बहुत बड़ी सेलेब्रिटी के तौर उस... Read more
आज प्रो. गोविन्द लाल साह के देहान्त को एक माह पूरा हो गया। प्रो. सुरेश चन्द्र सती दिनाँक 6 जुलाई 2020 सायं छः बजे अचानक मेरी नजर डां जी.एल. साह के घर से आए व्हाटसेप संदेश पर पडती हैं। जिसमें... Read more
देवेश जोशी यह सुखद संयोग है कि भारत सरकार द्वारा जिस समय नयी शिक्षा नीति को स्वीकृति प्रदान की गयी ठीक उसी समय उत्तराखण्ड के अकादमिक संस्थान SCERT ने उत्तराखण्ड विषयक आधारभूत सूचनाओं को स्थ... Read more
सुभाष गोला उत्तराखण्ड के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के फोरम, “रचनात्मक शिक्षक मण्डल”ने लॉकडाउन के दिनों में स्कूली बच्चों की रचनात्मकता को विकसित करने के लिए ,”जश्न ए ब... Read more
महेशचन्द्र पुनेठा समकालीन कविता में जानी- पहचानी शख्सियत हैं लेकिन हमारे साहित्यिक समुदाय में पता नहीं कितने लोग जानते हैं कि वे शैक्षिक क्षेत्र के एक उल्लेखनीय एक्टिविस्ट हैं। इसी भांति शिक... Read more
गिरिश मालवीय रमेश जी आयुर्वेद की महत्ता पूरी दुनिया मे फैलाने में लगे हैं अणु परमाणु ओर वैदिक ज्ञान के बड़े एक्सपर्ट बताए जाते हैं रमेश जी,….. वैसे सुना है कि उनके द्वारा जर्मनी के छात्... Read more
योगेश भटृ देश में नयी शिक्षा नीति को लेकर विमर्श का दौर चल रहा है । सरकार नयी नीति का मसौदा तैयार कर उस पर सुझाव मांग रही है । एक ओर इस मसौदे के तमाम प्राविधानों पर गंभीर सवाल भी उठ रहे हैं... Read more
कमलेश जोशी बात तब की है जब मैंने दिल्ली विश्वविद्यालय में दाख़िला लिया. गॉंव से गया एक लड़का जिसने दिल्ली का नाम भर सुना था अचानक गॉंव की प्राकृतिक जिंदगी छोड़कर दिल्ली की मशीनी जिंदग... Read more
जागरुकता की कमी, सुविधाओं के अभाव ने देश को मानसिक रोगियों के लिए दु:स्वप्न बना दिया है. बसंत कुमार ‘‘जिंदगी में कोई खास बदलाव नहीं आया था. मैं एक बेहतर जिंदगी जी रहा था. लेकिन मुझे लगने लगा... Read more