इंद्रेश मैखुरी उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की धूम है. एक चरण का चुनाव निपट चुका है और दूसरे चरण के चुनाव आज है.तीसरे चरण का चुनाव 16 अक्टूबर को होगा. इस बीच... Read more
देवेन्द्र मेवाड़ी दिन भर घर-आंगन और फूलों की क्यारियों में भोजन तलाशते सतभय्यों यानी जंगल बैबलर की टोली पश्चिम दिशा से सांझ को उतरते देख, आपस में चुक-चुक-चुक-चुक की अपनी भाषा में घर लौटने की... Read more
चन्द्रशेखर जोशी पिछले महीने 19 साल के मोनू ने आत्महत्या कर ली थी। सत्ता की चोटी से गांव-बाजार तक सपनों की बहार है, जो इनके फेर में फंसा उसकी जिंदगी बर्बाद है। …इस बिल्डिंग में बड़ी भीड... Read more
केशव भटृ एक तो बचपन उप्पर से वो भी गांव का. अलमस्त सा. घर वाले गालियों से नवाजते थे, और ‘भूत’ हो चुके चाचाजी, जो भी उनके हाथ लगता रावल पिंडी एक्सप्रैस की स्पीड में दे मारते. और उ... Read more
दया कृष्ण काण्डपाल पंचायत चुनावों के बाद दशहरा भी बीत गया। हजारों की भीड़ पुतलों के साथ नाच रही है। नाचने वालो में 90% नशेड़ी। इन पुतलों से क्या सीख मिली हमें ? नहीं मालूम। हर कोई निशाचर रूप... Read more
प्रमोद साह यूं तो भारत सहित दुनिया की अधिकांश प्राचीनतम सभ्यताएं चीन,मिश्र, यूनान तथा आदिवासी अफ्रीकी समाज में पर्यावरण चेतना का स्तर प्राचीन समय में बहुत ऊंचा था। सभी सभ्यताओं ने प्रकृति को... Read more
शंभू राणा का यह व्यंग्य पहले ‘नैनीताल समाचार’ में प्रकाशित भी हो चुका है। — संपादक शंभू राणा पिछले कुछ दिनों से अखबार में एक खबर बराबर छप रही है और ध्यान खींच रही है । खबर गंगोली... Read more
विनीता यशस्वी कुमाऊं अंचल में रामलीला के मंचन की परंपरा का इतिहास लगभग 160 वर्षों से भी अधिक पुराना है। यहाँ की रामलीला मुख्यतः रामचरित मानस पर आधारित है जिसे गीत एवं नाट्य शैली में प्रस्तुत... Read more
प्रमोद साह पंचायत चुनाव के दौरान प्रख्यात गांधीवादी चिंतक सर्वोदय कार्यकर्ता और बीज बचाओ आंदोलन के प्रणेता 80 वर्षीय धूम सिंह नेगी जी से उनके घर कठिया तोक ग्राम पिपलेथ खाडी़ टिहरी गढवाल में... Read more