नैनीताल समाचार परिवार
सिद्धि को दाता
विघ्न विनासन
होरी खेलें गिरिजापति नन्दन
ल्या हो भवानी
अक्षत-चंदन
होरी खेलें गिरिजापति नन्दन
गौरी को नन्दन
मूसको वाहन
होरी खेलें गिरिजापति नन्दन
आज 16 फरवरी 2021 को बसंत पंचमी है। आज से ऋतुओं के राजा ऋतुराज बसंत का आगमन माना गया है। जबरबस्त ठंड के उपरान्त आज से धरती का नया रूप दिखना प्रारंभ हो जाता है। पतझड़ के बाद पेड़ों में भी नई कोपलें आना प्र्रारंभ कर देती हैं। चिड़ियों का चहचहाना भी आनन्द को बढ़ाने लगता है। न्योली और कोयल के स्वर फिजाओं में बिखर कर मन को इतना आनंदित कर देते हैं कि मानव समूह स्वतः ही गा उठता है इसीलिये बसंत पंचमी से नियमित बैठकी होलियों की शुरूआत हो जाती है। वैसे बैठकी होली गायन का प्रारंभ पूस माह से शुरू हो जाता है परन्तु उस समय बैठकी होलियाँ प्रत्येक दिन नहीं गायी जाती हैं। शिवरात्री से खड़ी होलियों का गायन भी शुरू हो जायेगा।
आयो नवल वसंत
सखी ऋतुराज कहाये
आयो नवल वसंत
चम्पा जो फूली, टेसू जो फूले
फूल ही फूल सुहाये
कामिनि के मन मंजरि फूली
वा बिच श्याम सुहाये
सखी ऋतुराज कहाये
आयो नवल वसंत
सभी पाठकों को ‘नैनीताल समाचार परिवार’ की ओर से बसंत पंचमी की शुभकामनायें