राजीव लोचन साह अब यह लगभग तय है कि नरेन्द्र मोदी का निजाम मई 2024 से आगे नहीं जा सकता, कम से कम लोकतांत्रिक ढंग से तो नहीं। सारे संकेत यही बता रहे हैं। कोई चमत्कार ही अब भाजपा को बचा सकता है... Read more
राजीव लोचन साह वर्ष 1991 में कांग्रेस की तत्कालीन नरसिंहाराव सरकार ने निजीकरण और आर्थिक उदारीकरण का जो चक्र शुरू किया था, उसने इधर 360 डिग्री की यात्रा पूरी कर ली है। उससे पहले जीवन बड़ा सरल... Read more
सुशील उपाध्याय युद्ध कहीं भी हो, उसकी कीमत चुकानी ही होती है। इस वक्त केवल यूक्रेन ही नहीं चुका रहा है, बाकी दुनिया भी चुका रही है। भारत के मेडिकल छात्र नवीन की यूक्रेन में मौत (इसके लिए हत्... Read more
योगेश भट्ट उत्तराखंड में सरकार जो तस्वीर दिखा रही है उसमें झोल है। चार साल पूरे होने जा रहे हैं लेकिन सरकार सिर्फ जुमलों पर अटकी लटकी नजर आ रही है। राजधानी की सड़कों और पहाड़ी मोड़ों पर खड़े... Read more
इन्द्रेश मैखुरी उत्तराखंड में सरकार चलाने वाले लोग बेहद भोले-भाले हैं.अबके और इससे पहले वाले भी. उनके “माननीय” होने पर ठेस न लगती हो तो गढ़वाली की लोकप्रिय शब्दावली में यह भी कह सकते थ... Read more
प्रमोद साह मजदूरों के बहाने व्यवस्था पलायन : यह भारत की पहली आपदा नहीं है । विभाजन की आपदा से जिस आधुनिक भारत की शुरूआत हुई हो, उस अनिश्चितता के दौर में जब 20% आबादी यानी 7 करोड़ लोग अपने घ... Read more
योगेश भटृ तकरीबन साढ़े चौदह हजार करोड़ की अर्थव्यवस्था से शुरूआत करने वाले उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था आज ढाई लाख करोड़ के पार पहुंचने जा रही है। प्रति व्यक्ति सालाना आय पंद्रह हजार से दो लाख... Read more
राजीव लोचन साह सी.ए.ए. और एन.आर.सी. को लेकर विवाद और प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। इसके विरोध में हो रहे प्रदर्शनों में मुसलमानों की जबर्दस्त भागीदारी ने साबित किया है कि पिछले कुछ सालों से... Read more
जयसिंह रावत भारतीय जनसंघ और फिर उसकी जगह बनी भारतीय जनता पार्टी के दशकों से अटके हुये ऐजेण्डे को धरती पर उतारने की उतावली में मोदी सरकार के गृहमंत्री अमित शाह ने सारे देश में खलबली मचा दी है... Read more
राजीव ध्यानी महीनों तक देश अस्त व्यस्त रहेगा। बरसों से अपने गांव कस्बों से दूर रह रहे लोग सारे कामकाज छोड़कर जमीनों की मिल्कियत और रिहाइश के प्रमाण लेने के लिए अपने गांव आएंगे। इनमें से कुछ... Read more