इन्द्रेश मैखुरी 18 मई को उत्तरकाशी का एक युवक प्रवीण जयाड़ा कोरोना पॉज़िटिव पाया गया. जिस समय उसकी रिपोर्ट आई,उस समय वह बड़कोट में राजकीय महाविद्यालय स्थित क्वारंटीन सेंटर में संस्थागत क्वारंटी... Read more
योगेश भट्ट पूरी दुनिया जब बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है तो ऐसे में उत्तराखंड की तस्वीर भी बदल रही है। जिस पहाड़ से हर रोज औसतन 165 लोग पलायन कर रहे थे, आज हर दिन वहां हजारों लोगों की घर वाप... Read more
सुशील उपाध्याय अब से दो महीने पहले सामाजिक स्तर पर कोरोना को लेकर जो डर मौजूद था, वह डर अब नहीं दिखाई दे रहा है। विरोधाभासी बात यह है कि एक ओर कोरोना पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ रही है और दूस... Read more
ऐसी कोई भी बात को जो लॉकडाउन और वैक्सीन की आवश्यकता को कम करके बताए, वह या तो सोशल-मीडिया से गायब हो गई, या फिर उनकी रीच खत्म कर दी गई, क्यों हो रहा है ऐसा और सूचना प्रौद्योगिकी के दैत्यों न... Read more
रमदा व्यक्ति हो या देश समस्याओं की गैरमौज़ूदगी संभव बात नहीं है, छोटी या बड़ी कोई न कोई उलझन, समस्या या कष्ट लगा ही रहता है। ऐसी ही अपनी किसी समस्या या उलझन के दौरान जब बड़े बुझे से स्वर में मे... Read more
संजीव भगत यह प्रचलित मुहावरा है। देश के कोने-कोने से प्रवासी लोग वापस आ रहे हैं तो उन्होंने बाहर की दुनिया देखी है,जिन्दगी की तमाम तकलीफ़ों और सुख सुविधाओं को नजदीक से महसूस किया है। इन लोगो... Read more
विवेकानंद माथने शायद भारत अब किसानोंका देश नही कहलायेगा। यहां खेती तो की जायेगी लेकिन किसानों के द्वारा नही, खेती करनेवाले कार्पोरेट्स होंगे, कार्पोरेट किसान। पारिवारिक खेती की जगह कार्पोरेट... Read more
मध्यम वर्ग को पता है कि छह साल में उसकी कमाई घटी ही है, बिजनेस में गच्चा ही खाया है. उसके मकानों की कीमत गिर गई है, हर राज्य में सरकार नौकरी की प्रक्रिया की दुर्गति है, वह सब जानता है, लेकिन... Read more
केशव भट्ट कोरोना वायरस क्या आया, समाज में सबके आपसी संबंध ही नीम-करेले के स्वाद से भी ज्यादा कडुवे हो गए. प्रसिद्व उत्तराखंडी गायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने तो गीतों के माध्यम से बहुत पहले कहा भ... Read more
स्कन्द शुक्ला जानवरों के प्रति तीन मनोभावनाएँ रखने वाले लोग हैं। पहले वे जो इनसे प्रेम करते हैं। दूसरे वे जो इनसे डरते हैं। तीसरे वे जो इनके प्रति तटस्थ हैं। प्रेम-भय-तटस्थता के सम्मिश्रण से... Read more