शीतल न बोलती है, न झगड़ती है,लेकिन किताबे हमें वह देती है; जो हमारा जीवन व्यक्तित्व और समाज के प्रति हमारा नजरिया बदल देती है।उनकी शक्ति सबसे व्यापक है।क्या नहीं है किताबों के पास ; असंभव को... Read more
गजेन्द्र रौतेला प्राथमिक स्तर पर भाषा शिक्षण में सबसे पहला और जरूरी टूल है बच्चों के साथ खूब सारी गपशप या जिसे हम बातचीत भी कहते हैं।जैसा कि शिक्षाविद प्रो0 कृष्ण कुमार भी कहते हैं कि हम इस... Read more
रिया कक्षा – 10 नानकमत्ता पब्लिक स्कूल उसका कहना था कि वो अब बड़ी हो गई है। खेलने-कूदने का समय नहीं बचा है! योगिता की ही तरह तो होता है हम सबके साथ। बड़े होते-होते इतने बड़े हो जाते... Read more
सुभाष गोला उत्तराखण्ड के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के फोरम, “रचनात्मक शिक्षक मण्डल”ने लॉकडाउन के दिनों में स्कूली बच्चों की रचनात्मकता को विकसित करने के लिए ,”जश्न ए ब... Read more
देवेश जोशी अगर कोई मुझे पूछे कि बच्चों के गीतों और प्रौढ़ों की कविताओं में क्या अंतर होता है तो मैं कहूंगा, वही जो किसी पहाड़ी स्रोत के जल और आर.ओ.के पानी में होता है। पहले पे कोई ठप्पा नहीं... Read more