कार्यालय प्रतिनिधि
रामनगर घटना न. 1
रामनगर, 12 जुलाई 2022 को सुरेश चन्द्र नाम के एक व्यक्ति को डंपर द्वारा कुचल दिए जाने की घटना सामने आई है। इस घटना में घायल सुरेश चन्द्र की 16 जुलाई को मृत्यु हो गई। मृतक के परिवार जनों द्वारा डंपर के चालक के खिलाफ नामजद रिपोर्ट करने के बावजूद, डंपर चालक पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। इस पर रामनगर के सामाजिक एवं राजनैतिक संगठनों के कार्यकताओं ने प्रदर्शन किया तथा अखवार बांटकर तथा दुकान पर कार्य कर किसी तरह परिवार का भरण – पोषण करने वाले मृतक सुरेश चन्द्र के परिवार को न्याय दिलाने और आर्थिक सहायता देने हेतु जबरदस्त प्रदर्शन किया, परन्तु डंपर चालक के खिलाफ कोई भी कार्यवाही न करते हुए कोतवाल द्वारा प्रदर्शनकारियों पर मुकदमें कायम कर दिए गए। इस पर मृतक सुरेश चंद्र के परिवार को न्याय दिलाने ,विभिन्न सामाजिक राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोगों पर कोतवाल द्वारा लगाए गए फर्जी मुकदमों से आक्रोशित लोग शहीद पार्क में एकत्र हुए, जहां से जुलूस की शक्ल में मृतक सुरेश चंद्र के परिजनों को न्याय दो, आर्थिक सहायता दो, फर्जी मुकदमे वापस लो ,कोतवाल के खिलाफ कार्रवाई करो नारेबाजी करते हुए रानीखेत रोड ,घास मंडी ,खताड़ी होते हुए उप जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने उपजिलाधिकारी गौरव चटवाल के माध्यम से मुख्यमंत्री ,पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड ,आयुक्त कुमाऊं मंडल, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ,पुलिस क्षेत्राधिकारी, उप जिलाधिकारी को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन भेजा है।
मृतक सुरेश चंद के परिवार को न्याय दिलाने, आर्थिक सहायता देने ,दुर्भावना से प्रेरित होकर कोतवाल द्वारा सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर लगाए गए फर्जी मुकदमे वापस लेने ,कोतवाली पुलिस एवं कोतवाल की संदिग्ध भूमिका की जांच की मांग को लेकर विभिन्न सामाजिक राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोगों ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया तथा उप जिलाधिकारी गौरव चटवाल के माध्यम से मुख्यमंत्री ,पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड ,आयुक्त कुमाऊं मंडल जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ,पुलिस क्षेत्राधिकारी, उप जिलाधिकारी को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन भेजा है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मांगें पूरी न होने पर वे आन्दोलन करने पर बाध्य होंगें।
प्रदर्शन करने वालों में चिंताराम, चंदन थपलिया, प्रभात ध्यानी, मनीष कुमार ,मनमोहन अग्रवाल ,रोहित ,लालमणि ,ललित उपरेती, महेश जोशी ,कौशल्या ,सरस्वती जोशी, तुलसी छिम्वाल, किरण आर्य , गोपाल असनोड़ा, केशव चंद्र कुकरेती ,किशन शर्मा ,नवीन चंद्र, आशिका,सुरेश टम्टा, दिनेश चंद्रा, रेखा जोशी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
रामनगर में हुई दूसरी दुर्घटना
16 जुलाई की रात को बाइक सवार युवक को बाघ द्वारा अपना शिकार बनाए जाने की घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने रविवार 17 जुलाई की सुबह घटना के विरोध में नेशनल हाइवे पर चक्का जाम किया।
शनिवार की देर शाम दो युवक बाइक पर सवार होकर अल्मोड़ा से रामनगर की ओर आ रहे थे। इसी बीच नेशनल हाईवे 309 मोहान के समीप सड़क पर ही एक बाघ ने बाइक पर हमला बोलते हुए एक युवक को अपना निवाला बना लिया घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है।ग्राम जीहल तहसील हसनपुर थाना नगली जिला अमरोहा निवासी अफसारूल और अनस अल्मोड़ा से वापस अपने घर की ओर जा रहे थे बाइक अनस चला रहा था अनस का कहना है कि वह शनिवार को रानीखेत अल्मोड़ा घूमकर अपने घर के लिए रवाना हुए। शनिवार की रात मोहान के पास एक बाघ ने बाइक पर हमला बोलते हुए बाइक पर पीछे बैठे अफसारुल को बाइक से खींच लिया और जंगल की ओर घसीटता हुआ ले गया घटना के बाद अनस बाइक छोड़कर मौके से भाग गया और उसने समीप स्थित वन विभाग की चौकी के कर्मचारियों को इसकी जानकारी दी जिसके बाद वन विभाग के साथ ही कॉर्बेट टाइगर रिजर्व,रामनगर वन प्रभाग कोसी रेंज एवं पुलिसकर्मियों ने संयुक्त रूप से जंगल में देर रात सर्च अभियान चलाते हुए अफसारूल कि काफी खोजबीन की लेकिन उसका कोई पता नहीं चला घटना में अनस भी मामूली रूप से घायल हुआ है। रविवार की सुबह फिर जंगल में सर्च अभियान चलाने के साथ ही जेसीबी मशीनों की मदद से जंगल में झाड़ियों को काटकर सर्च अभियान चलाया गया जिसके बाद मृतक के दोनों हाथ और पीठ का कुछ हिस्सा बरामद हुआ, पूरा शव अभी तक बरामद नहीं हुआ है। सर्च अभियान अभी जारी है साथ ही उन्होंने ग्रामीणों से जंगल में अकेले ना जाने की अपील करते हुए उनसे सतर्क रहने की बात कही है वहीं मामले में ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ अपना रोष जताते हुए कहा कि इस इलाके में पिछले लंबे समय से बाघ का आतंक बना हुआ है ग्रामीणों का कहना है कि कई लोगों ने इस इलाके में चार बाघ देखे हैं और बाघ कई पालतू जानवरों को अपना शिकार बनाने के साथ ही ग्रामीणों पर भी हमला कर चुके हैं वही बाघ का आतंक के बाद अब बच्चों का स्कूल जाना भी खतरे से खाली नहीं है ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे जाम करते हुए वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन एवं नारेबाजी करते हुए गांव में घूम रहे बाघों को तत्काल पकड़ने की मांग की है। ऐसा न होने पर ग्रामीणों ने कहा है कि उनके द्वारा वन विभाग के खिलाफ आन्दोलन किया जाएगा।