बालकृष्ण चंद
प्रेस विज्ञप्ति..
कथा सम्राट प्रेमचंद की 140 वीं जयंती के अवसर पर रचनात्मक शिक्षक मण्डल की पहल पर रामनगर के सामाजिक,आर्थिक,भौगोलिक रूप से पिछड़े 10 गांवों में प्रेमचंद बाल पुस्तकालय ख़ोले गए।मुख्य कार्यक्रम शंकरपुर पांडे में हुआ जहां बतौर मुख्य अतिथि ए आर टी ओ श्री विमल पांडे ने बाल पुस्तकालय का उद्घाटन किया।उन्होंने पुस्तकालय खोलने की पहल का स्वागत करते हुए बच्चों के भीतर पढ़ने की संस्कृति विकसित करने पर जोर दिया।उन्होंने कहा कोई बच्चा जब पढ़ने के प्रति सजग हो जाता है तो उसका समग्र विकास होना लाजमी है।कार्यक्रम संयोजक नवेंदु मठपाल ने जानकारी दी कि
क्यारी,गोबरा,चिलकिया,पटरानी,मालधनचोड,नारायणपुर मुलिया,तुमड़िया डाम खत्ता, पिरूमदरा,आमडंडा खत्ता में बाल पुस्तकालय स्थानीय जनता के सहयोग से ख़ोले दिए गए हैं।जिनका संचालन स्कूली बच्चों के माध्यम से होगा। इन पुस्तकालयों में प्रेमचंद समेत अन्य भारतीय साहित्यकारों के साथ साथ बाल मनोविज्ञान पर आधारित किताबें हैं। इस मौके पर वरिष्ठ चित्रकार सुरेश लाल, ग्राम प्रधान क्यारी नवीन सती,प्रधान शिवलालपुर पांडे सुनीता रानी कनोजिया,पूर्व रेंजर जगजीवन राम,नवीन तिवारी,नरीराम स्नेही,नवीन उपाध्याय, संजय कनोजिया,गिरीश मेंदोला,बालकृष्ण चंद,भाष्कर सती,निहाल सिंह,शंकर सती,श्वेता हासी,किरण,आशी मेंदोलिया, शाहनवाज आलम,विनोद बुधनी,शंकर सती, मौजूद रहे। शिक्षक मण्डल द्वारा संचालित स्कूली बच्चों के व्हाट्सएप्प ग्रुप जश्न ए बचपन में भी सप्ताह भर से चल रहे प्रेमचंद साहित्य सप्ताह का समापन प्रेमचंद के साहित्य के विभिन्न आयामों पर डिजिटल पत्रिका निकल कर किया गया।