आज 4 फरवरी को उत्तराखंड के जन नायक स्व. डॉ. शमशेर सिंह बिष्ट का जन्मदिन है। इस अवसर पर प्रस्तुत हैं उनकी पत्नी रेवती बिष्ट के अन्तरंग संस्मरण। पल्टन बाजार में तिम्ली के बिष्ट लोगों का भरा पू... Read more
भुवन चन्द्र पंत लोकपर्व वैशाखी (विखौती) का दिन 14 अप्रैल 1997, सुबह दस -साढ़े दस बजे का समय रहा होगा, मैं अपने दफ्तर में बैठा ही था, एक उड़ती खबर आई कि दिल्ली से नैनीताल आ रही एक यात्री बस नैन... Read more
प्रख्यात चित्रकार सलीम का 22 जनवरी को अल्मोड़ा में निधन हो गये। प्रस्तुत है उनके सहपाठी के संस्मरण। – संपादक जय कृष्ण अग्रवाल कला महाविद्यालय के छात्रावास से लगभग प्रत्येक सुबह एक छात्र... Read more
हृदयेश जोशी कमाल ख़ान के जाने के बाद एक मित्र ने सुबह कहा कि कमाल के बिना लखनऊ की कल्पना नहीं की जा सकती. यह बात पत्रकारिता के संदर्भ में थी और ये सही है कि कमाल के बिना लखनऊ ही नहीं पूरे उत... Read more
व्योमेश जुगरान सत्तर के दशक में जब पौड़ी को एक मुकम्मल शहर हुए सालों बीत चुके थे, तब भी इसकी सरहद से लगे पौड़ीगांव, च्वींचा, कांडई और बैंग्वाड़ी गांव के लोगों से उलझना समझदारी नहीं मानी जाती... Read more
विद्या भूषण रावत उत्तराखंड आन्दोलन में तमाम खामियों के बावजूद एक बात जिसने मुझे बहुत प्रभावित किया वह था राजधानी का सवाल और ये इसलिए क्योंकि अन्य राज्यों में जहा राजधानियों के सवाल को लेकर ल... Read more
रवीश कुमार जब आप बहुत नए होते हैं तो किसी बहुत पुराने को बहुत उम्मीद और घबराहट से देखते हैं। उसके देख लिए जाने के लिए तरसते हैं और उससे नज़रें चुराकर देखते रहते हैं। उसके जैसा होने या उससे अ... Read more
मदन मोहन बिजल्वान आज भारतीय रंगमंच के दिग्गज नायक विश्व मोहन बडोला की पहली पुण्यतिथि है, रंगमंच के यह दिग्गज कलाकार एक वर्ष पूर्व खामोशी से नेपथ्य में चले गए। बडोला जी ने रंगमंच के बेताज बाद... Read more
“हिन्दी की प्रख्यात कथाकार मन्नू भण्डारी का 15 नवम्बर 2021 को 90 वर्ष की अवस्था में देहान्त हो गया। यहाँ फिल्मकार अनवर जमाल ‘रजनीगंधा’ फ़िल्म के बहाने उन्हें याद कर रहे हैं... Read more
संजीव भगत जब से मैंने होश संभाला, घर में गाय को जरूर देखा। आज भी मेरी इजा गाय पाल रही है। अपनी आमा, अपनी ईजा को हमेशा घास काटते हुए देखा। असौज घास काटने का महीना होता है। इसी महीने सामुहिक र... Read more