इन्द्रेश मैखुरी उत्तराखंड में ज्यूं-ज्यूं चुनावी बेला नजदीक आ रही है, वायदों के झुनझुने बजाने का कॉम्पटिशन बढ़ता ही जा रहा है. चुनाव अवसर ही ऐसा होता है,जबकि बारी-बारी से सत्ता में आने वाले भ... Read more
डॉ. ए.के. अरुण उत्तराखण्ड के पहाड़ों में अभूतपूर्व बारिश से आए सैलाब ने जो तबाही की इबादत लिखी है वह विगत कई दसकों से पहाड़ में विकास के नाम पर किये जा रहे छेड़-छाड़ के परिणाम के रूप में हमारे स... Read more
दिनेश जुयाल चारधाम रोड विवाद पर सुप्रीमकोर्ट का फैसला कभी भी आ सकता है। सारे तर्क सुनने के बाद अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रखा है। ये लड़ाई हिमालय के लोगों और यहां के पर्यावरण की अनदेखी, ग... Read more
प्रमोद साह भारत के स्वतंत्रता संग्राम और उसमें महात्मा गांधी के सत्याग्रह के प्रयोग ने न केवल भारत को बल्कि भारत के साथ और उसके बाद आजाद होने वाले तीसरी दुनिया के दर्जनों देशों को स्वतंत्रता... Read more
विनीता यशस्वी नैनीताल जनपद के रामगढ़ क्षेत्र में 18 व 19 अक्टूबर को जो आपदा आयी उसकी डरावनी यादें तो अभी भी लोगों के जेहन में बनी हुई हैं। उस आपदा से जो बरबादी हुई है उससे लोग उबर नहीं पा रहे... Read more
केशव भट्ट आज एक बुजुर्ग से मुलाकात हुवी तो उनके बाजार में आने का कारण यूं ही बस पूछ बैठा. इस पर उन्होंने अपनी व्यथा सुनाई कि, ‘सारे दस्तावेज दे दिए लेकिन फिर भी बार—बार कह देते हैं कि... Read more
जयसिंह रावत कहते हैं, भगवान के दर पर कोई ऊंच-नीच नहीं होता। उसके लिये गरीब और अमीर दोनों ही बराबर होते हैं। उसके दरबार के प्रोटोकॉल में प्रधानमंत्री के लिये रेड कारपेट और मतदाता के लिये नंगे... Read more
इन्द्रेश मैखुरी उत्तराखंड में अभी जो सत्ता है,वह गोधूलि की बेला में है. उसकी कोशिश है कि घोषणाओं की फुलझड़ी से जितनी चमक पैदा कर सकती है,उतनी करे ! सो राज्य स्थापना दिवस की पूर्व बेला पर यानि... Read more
विनीता यशस्वी नैनीताल जनपद के रामगढ़ क्षेत्र में 18 व 19 नवम्बर को जो आपदा आयी उसकी डरावनी यादें तो अभी भी लोगों के जेहन में बनी हुई हैं। उस आपदा से जो बरबादी हुई है उससे लोग उबर नहीं पा रहे... Read more
रमेश कृषक उत्तराखण्ड में मशीनी छेड़छाड़ और प्राकृतिक आपदाओं की तेजी से बढ़ती श्रृंखलाओं को सामने रख कर देखने से तो यह कहने में कोई दिक्कत नही हो रही है कि अगर सत्ता को जनता की चिन्ता होती तो वह... Read more