अमरीक 12 मई को लब्धनिष्ठ आलोचक नंदकिशोर नवल का 83 वर्ष की उम्र में जाना एक ऐसे हिंदी साहित्य हस्ताक्षर का जाना है जिन्होंने ताउम्र अग्रज और समकालीन तथा नवोदित हिंदी साहित्यकारों की (बनती) सर... Read more
प्रमोद साह आज ही के दिन 9 मई 1980 को अल्मोड़ा जनपद के ऊपरी सल्ट क्षेत्र में , दूल्हे श्याम प्रसाद को मंदिर से कोई 1 किलोमीटर पहले पालकी से उतारने की जिद से जो महिलाएं चींखी, चिल्लाई वह हमार... Read more
चन्द्रशेखर तिवारी कुमाऊं अंचल के प्रवेश द्वार हल्द्वानी शहर से सटा हुआ गौलापार क्षेत्र खेती, बागवानी और पशुपालन की दृष्टि से बहुत समृद्ध माना जाता है। प्रशासनिक इकाई की दृष्टि से गौलापार क्ष... Read more
टूट गई मजहब की दीवार: इरफान खान-सुतपा की यह प्रेम कहानी है. यह सहजीवन है. यह आधुनिक दांपत्य है. अजय ब्रह्मात्मज इरफान खान और सुतपा सिकदर दिल्ली स्थित एनएसडी में मिले. साल था 1985 … दि... Read more
अमरीक कुछ शख्सियतें जिंदगी की प्रतिबद्धता की वह खुली किताब होती हैं जिनके जिए का एक-एक लफ्ज़ धड़कता है और अपना होना दर्ज करता है। गुजर जाने के बाद भी। साहिबजादी जोहरा बेगम मुमताजुल्ला खान उ... Read more
देवेश जोशी मुरली दीवान। एक ऐसा नाम जो समकालीन गढ़वाली कवियों में किसी परिचय का मोहताज़ नहीं। एक ऐसा कवि जो कबीर की तरह व्यंग्य को हथियार बनाता है और उन्हीं की तरह ठेठ लोक समाज से शब्द, बिम्ब औ... Read more
अमित श्रीवास्तव … -‘स्टिलवर्किंग’? किसी बहुराष्ट्रीय कम्पनी में उच्च ओहदे पर अवस्थित दोस्त ने फोन पर अपनी टोन में घुसी आ रही मुस्कुराहट को छुपाते हुए पूछा – ‘या... Read more
संजय कुंदन 13.04.2020 वह नींद में कोड़े फटकारता है और चिल्लाता है वैज्ञानिकों, डॉक्टरों पर -जल्दी शोध पूरा करो, हमें दवा चाहिए टीका चाहिए इस बीमारी का वह परेशान है अपने देश में लाशों के लगते... Read more
अमरीक सिंह भारतीय कविता के लिए एक जरूरी नाम हैं, क्योंकि उनके योगदान के उल्लेख के बिना भारतीय साहित्य और समाज के लोकतंत्र का कोई मतलब नहीं बनता है। उनका जीवन और कला दोनों महान हैं। उन्हें क्... Read more
चन्द्रशेखर तिवारी पहाड़ के उच्च शिखर, पेड़-पौंधे, फूल-पत्तियां, नदी-नाले और जंगल में रहने वाले सभी जीव-जन्तुओं के साथ मनुष्य के सम्बन्धों की रीति उसके पैदा होने से ही चलती आयी है। समय-समय पर... Read more