देवेश जोशी भूगोल न सिर्फ़ खानपान, वेशभूषा, आवास को बल्कि साहित्य को भी प्रभावित करता है। खासकर गीतों को। सावन को ही ले लीजिए। भारत के मैदानी क्षेत्रों की बात करें तो सावन सर्वाधिक रूमानी मही... Read more
बृजमोहन जोशी कुमाऊँ के लोकप्रिय त्यौहारों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्यौहार है हर्याव (हरियाला)। इस दिन से सूर्य दक्षिण की ओर अर्थात् कर्क रेखा से मकर रेखा की ओर बढ़ने लगता है। इस कारण इसे कर्क... Read more
आकाश पोयम गोंडी शब्दकोश निर्माण की शानदार मुहिम मार्च 2018 में कर्नाटक के विख्यात शहर हम्पी में स्थित कर्नाटक विश्वविद्यालय ने गोंडी भाषा के पहले मानकीकृत शब्दकोष को प्रकाशित किया. गोंडी, ग... Read more
चंद्रशेखर तिवारी पौराणिक आख्यानों के अनुसार धरती में गंगा जी का अवतरण ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी को माना गया है।इसीलिए इस तिथि को गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाता है। धार्मिक दृष्टिकोण... Read more
प्रमोद साह उत्तराखंड का जालियांवाला : अपनी समस्याओं को लगातार पत्र और सभाओं के माध्यम से दरबार को बताने के लगातार प्रयासों के बाद भी अहंकारी दीवान चक्रधर जुयाल और महत्वाकांक्षाओं से भरे ड... Read more
क्या है भारत माता? क्या है अपना भारत? पंडित नेहरू की पुण्यतिथि पर राजेन्द्र भट्ट की आज के संदर्भ में प्रासंगिक श्रद्धांजलि आज 27 मई है – पंडित नेहरू की पुण्यतिथि! आधुनिक भारत के निर्माता! ह... Read more
चन्द्रशेखर तिवारी सत्तर के दशक में लखनऊ के आकाशवाणी केन्द्र से पर्वतीय इलाके के लोगों लिए एक कार्यक्रम प्रसारित होता था उत्तरायण। यह कार्यक्रम तकरीबन एक घण्टे चला करता था। तब उत्तरायण के माध... Read more
देवेश जोशी शेरदा अनपढ़। उत्तराखण्ड के एक ऐसे कवि जिसे काव्यकर्म के लिए किसी पढ़ाई-लिखाई की जरूरत न थी। फिर भी समाज और परिवेश को पढ़ने में वो नम्बर वन थे। लोग उनकी पढ़ाई-लिखाई पर सवाल उठाएँ इस... Read more
अमित श्रीवास्तव मुझे नाम याद नहीं रहते. दो-तीन साल पहले ‘दि हिन्दू’ के एक आर्टिकल में उस रिटायर्ड मुख्य सचिव और उसके सहयोगी कर्मचारी का क्या नाम था, मुझे याद नहीं. धुंधली सी याद... Read more
अमरीक सुमित्रानंदन पंत छायावाद के चार प्रमुख हस्ताक्षरों में से सिरमौर थे। सौंदर्य के अप्रीतम कवि। प्रकृति उनके विशाल शब्द-संसार की आत्मा है। पंत जी का जन्म 20 मई, 1900 में अल्मोड़ा के कौसान... Read more