विनीता यशस्वी गेठीगड़ा में हम वहाँ की ग्रामप्रधान देवकी गुवाड़ी से मिलने गये। हमें काफी इंतजार करना पड़ा, क्योंकि वे घास के लिये जंगल गयी थीं। लौट कर उन्होंने जानवरों को चारा दिया, दूध दुहा और... Read more
विनीता यशस्वी घिंघरानी से द्वालीसेरा जाते हुए चरमागाड़ दिखने लगी जो यहां महाकाली से मिलती है और पिथौरागढ़ से आती है। अब तक शाम होने लगी थी इसलिये हम जल्दी ही आगे बढ़ना चाहते थे। हमें अपने रहने... Read more