रमेश कुड़ियाल एक कहावत है पहाड़ों का पानी और जवानी पहाड़ों के काम नहीं आती। इस कहावत को झुटलाया सेवानिवृत्त खंड विकास अधिकारी पूर्णानंद भट्ट ने। उन्होंने सेवानिवृत्ति के बादमिले पैसे तथा बैंक... Read more
ऐसी कोई भी बात को जो लॉकडाउन और वैक्सीन की आवश्यकता को कम करके बताए, वह या तो सोशल-मीडिया से गायब हो गई, या फिर उनकी रीच खत्म कर दी गई, क्यों हो रहा है ऐसा और सूचना प्रौद्योगिकी के दैत्यों न... Read more
विवेकानंद माथने किसी वस्तु का तीव्र गति से अंधकारमय खाई की तरफ बढना या उसका पटरी से उतर जाना, दोनों स्थिति में जब विनाश निश्चित हो तब उस गतिशील वस्तु को पटरी पर लाने का प्रयास विनाश का दुर्घ... Read more