विवेकानंद माथने किसी तंत्र को सफल तंत्र तभी माना जा सकता है, जब वह तंत्र जिस उद्देश्य के लिये बना हो, उस उद्देश्य को प्राप्त करने की दिशा में अग्रेसर हो। निःसंदेह लोकतंत्र राजतंत्र से बेहतर... Read more
भारत को हर मामले में एकरंगा बनाने की कोशिश है। कोशिश है कि सत्ता से असहमति को अब लोकतंत्र का सबसे बड़ा गुण न मानकर इसे राष्ट्रद्रोह की सबसे बड़ी पहचान बना दी जाए। ऐसा लोकतंत्र बनाने की कोशिश ह... Read more