शंभू राणा ‘लच्छी’ भूमिका जोशी का इसी वर्ष प्रकाशित उपन्यास है. वाणी प्रकाशन से छपा यह उपन्यास एक घर, उसके वाशिन्दों और एक शहर की कहानी है. उपन्यास में अपने को पढ़वा ले जाने क... Read more
दिनेश कर्नाटक जाति व्यवस्था अपने देश की एक ऐसी बीमारी है, जिसका समाधान संविधान तथा कानूनी रूप से होने के बावजूद समाज तथा लोगों की सोच के स्तर पर आजादी के 72 बाद भी नहीं हो पाया है। इसके मूल... Read more
डॉ. अरुण कुकसाल जीवन के पहले अध्यापक को भला कौन भूल सकता है। अध्यापकों में वह अग्रणी है। शिक्षा और शिक्षक के प्रति बालसुलभ अवधारणा की पहली खिड़की वही खोलता है। जाहिर है एक जिम्मेदार और दूरदर्... Read more
अरुण कुकसाल ‘प्यारी दीदी, अपने गांव फिर आना‘ ‘‘प्रसिद्ध इतिहासविद् डाॅ. शिव प्रसाद डबराल ने ‘उत्तराखंड के भोटांतिक’ पुस्तक में लिखा है कि यदि प्रत्येक शौका अपने संघर्षशील, व्यापारिक औ... Read more
नवीन जोशी आरएसएस यानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आजकल भारतीय राजनीति और सत्ता के केंद्र में है. उसकी राजनैतिक इकाई, भारतीय जनता पार्टी सन 2014 के बाद से केंद्र और कई प्रांतों में सत्तारूढ़ है. भ... Read more
डाॅ. अरुण कुकसाल ‘THE ESSENTIAL R. S. TOLIA’ ग्रंथ का प्रकाशन ‘दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र’ ने मै. बिशन सिंह महेन्द्र पाल सिंह, देहरादून के साथ मिलकर वर्ष-2017 में किया। उत्तराखंड के... Read more
डाॅ. अरुण कुकसाल ‘आ, यहां आ। अपनी ईजा से आखिरी बार मिल ले। मुझसे बचन ले गई, देबी जब तक पढ़ना चाहेगा, पढ़ाते रहना।’ उन्होने किनारे से कफन हटाकर मेरा हाथ भीतर डाला और बोले ‘अपनी ईजा को अच्छी तरह... Read more
डाॅ. कपिलेश भोज उŸाराखण्ड के जाने-माने इतिहासविद् और लेखक ताराचन्द्र त्रिपाठी (जन्म: 24 जनवरी, सन् 1940) की-सन् 1998 में राजकीय इण्टर काॅलेज, नैनीताल से प्राचार्य के पद से सेवानिवृŸा होने के... Read more
चिपको प्रभात कुमार उप्रेती {अपने ढंग के अनोखे लेखक प्रभात कुमार उप्रेती की पिछले दिनों एक महत्वपूर्ण किताब आई है, ‘सियासत-ए-उत्तराखंड’। उसी पुस्तक में से यह लेख हम यहाँ दे रहे हैं। पिछली आधी... Read more