दिवा भट्ट अविश्वसनीय जैसा लगता है कि डॉक्टर शेर सिंह बिष्ट नहीं रहे, लेकिन यह समय ऐसा आया है कि ऐसी अनेक अविश्वसनीय सूचनाएं लगातार आ रही हैं और हमारी संvवेदना को झकझोरती हुई अपने सच होने के... Read more
प्रमोद साह श्री बची सिंह रावत जी उन चन्द लोगों में शामिल थे जिन के संसर्ग में रहकर हमने समाज को देखने की थोड़ा समझ विकसित की। यह वर्ष 1987 की बात थी जब ब्लाक प्रमुख का चुनाव था। श्री बच्ची सि... Read more
प्रदीप पाण्डे 26 मार्च की रात्रि तीन बज कर इकतालीस मिनट पर जब सुदिति का फोन आया तो वह सिर्फ इतना ही बोल पाई ‘‘अंकल ………पापा’’ और उस घटना के घटित होने का पता चल गया, जिसकी आश... Read more
बी. आर. पन्त पिथौरागढ़ जनपद के सुदूर ग्रामीण अंचल में अवस्थ्ति सेही गांव में इसी माह 1957 जन्में प्रोफेसर रघुवीर चन्द का बचपन सामान्य ढंग से गुजरा। आपका निवास सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में होने... Read more
पलाश विश्वास मेरा वो प्राइमरी स्कूल बंद हो गया है , जहां मैने 1962 से 1967 तक पहली से पांचवीं की पढ़ाई की थी। हाँ, तराई में सबसे पुराने स्कूलों में से एक ‘हरिदास पुर राजकीय प्राइमरी पा... Read more
डॉ. हरिसुमन बिष्ट हिमालय हमारी आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र रहा है, भारतीय ज्ञान, दर्शन, सोच-विचार, हर्ष-विषाद, अवसाद-उल्लास, गीत-संगीत, हास्य-रुदन, पलायन-संघर्ष, काम-क्रोध, दया-धर्म, रीति-रिव... Read more
मदन चन्द्र भट्ट आज भारतभर में फैले उत्तराखण्डी यह भंली-भाँति जानते हैं कि शहीदों के खून से सिंचित उत्तराखण्ड आन्दोलन अभी जारी है। आन्दोलन के दो मुख्य उदेश्य थे- 1. गैरसैंण में राजधानी बनाना।... Read more
महीपाल सिंह नेगी बात आज से 127 साल पुरानी है। 1893 की बात। अंग्रेजों का राज था। अलकनंदा नदी की सहायक नदी है, बिरही गंगा। गौना गांव के निकट पहाड़ी टूटी और बिरही गंगा का प्रवाह अवरुद्ध हो गया... Read more