बोधहीन अति-पर्यटन और असंवेदनशील व्यवसायीकरण हमारे ऐतिहासिक-स्थलों और आरक्षित प्रकृति-क्षेत्र की हत्या कर रहा है. यह इसे रोकने और पर्यटकों की संख्या एवं सुविधाओं को नियंत्रित करने का समय है.... Read more
बोधहीन अति-पर्यटन और असंवेदनशील व्यवसायीकरण हमारे ऐतिहासिक-स्थलों और आरक्षित प्रकृति-क्षेत्र की हत्या कर रहा है. यह इसे रोकने और पर्यटकों की संख्या एवं सुविधाओं को नियंत्रित करने का समय है.... Read more
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