जगमोहन रौतेला पिछले डेढ़-दो महीने से एक ऐसा भयावह व चिंताजनक दौर चल रहा है जब हर रोज कहीं न कहीं से अपने प्रियजनों के असमय कालकलवित होने की खबरें आ रही हैं। असमय जाने वालों में परिजन भी श... Read more
शुभनित कौशिक आज तड़के प्रसिद्ध इतिहासकार लाल बहादुर वर्मा का देहरादून में निधन हो गया। लाल बहादुर वर्मा यानी जीवन प्रवाह में बहता हुआ एक एक्टिविस्ट इतिहासकार। एक रंगकर्मी और संपादक, जो आजीवन... Read more
चारु तिवारी उम्र का बड़ा फासला होने के बावजूद वे हमेशा अपने साथी जैसे लगते थे। उन्होंने कभी इस फासले का अहसास ही नहीं होने दिया। पहाड़ के कई कोनों में हम साथ रहे। एक बार हम उत्तरकाशी साथ गये... Read more
देवेश जोशी कोणबूड के बाद अगर किसी ने मेरी उम्र के बच्चों को सर्वाधिक आतंकित किया है तो वो हथछेड़ू ही था। बहुत बाद में पता चला कि उसका सरकारी पदनाम वैक्सिनेटर है। बाकायदा स्वास्थ्य विभाग में ए... Read more
चंदन बंगारी लंबी बीमारी के बाद पर्वतीय साहित्यकार और कुमाऊँनी पत्रिका दुदबोली के संपादक और ‘चंद्रकुंवर बर्त्वाल स्मृति सम्मान’ से सम्मानित मथुरादत्त मठपाल जी नहीं रहे। आऊंगा ह्यू... Read more
विनोद पाण्डे ये कोविड न जाने किस-किस को छीनने वाला है। आज आखिर नरेन्द्रपाल सिंह की कोरोना से मृत्यु की खबर आ ही गई। लगभग एक सप्ताह पहले उनके देहान्त की अफवाह उड़ी थी, मगर जल्दी ही मालूम पड़ गय... Read more
डॉ योगेश धस्माना उत्तराखंड के यशस्वी पत्रकार योगेंद्र सिंह भंडारी जी भी इस बीच चल बसे I सामाजिक संकट के इस दौर में यद्यपि 95 वर्ष की उम्र में ,और विशेषकर एक सामान्य अल्पकालीन बीमारी ने भंडार... Read more
चारु तिवारी तुम समझते होगे कि दुनिया तुम्हारे बिना भी ऐसे ही चलती रहेगी। कुछ नहीं बदलने वाला है। लेकिन तुम सच नहीं कह रहे थे, सच को नहीं समझ रहे थे। हां, दुनिया फिर भी चलेगी तुम्हारे बिना भी... Read more
गोविंद पंत ‘राजू’ अपने गोपाल यानी गोपाल सिंह रावत, विधायक गंगोत्री विधान सभा क्षेत्र के तीन चार महीने की बीमारी के बाद अचानक हुए निधन की खबर ने बहुत व्यथित कर दिया है। गोपाल मित्... Read more
चारु तिवारी सीमांत गांधी अब्दुल गफ्फार खान भारत विभाजन के बाद पेशावर में ही रहे। वे जब भारत आये तो प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने खुशी जाहिर करते हुये कहा- ‘आपने बहुत अच्छा किया, आप हम... Read more