गिरिजा पाण्डे उत्तराखंड मे जंगलों का मुद्दा लम्बे समय से सत्ता और समाज के बीच संघर्ष का विषय रहा है। बीती 21 नवम्बर को उत्तराखंड सरकार द्वारा जंगलों को नए तरीके से परिभाषित करते हुए एक आदेश... Read more
राजीव ध्यानी महीनों तक देश अस्त व्यस्त रहेगा। बरसों से अपने गांव कस्बों से दूर रह रहे लोग सारे कामकाज छोड़कर जमीनों की मिल्कियत और रिहाइश के प्रमाण लेने के लिए अपने गांव आएंगे। इनमें से कुछ... Read more
जगमोहन रौतेला महंगे को सस्ता बनाने का खेल कैसे होता है ? हल्द्वानी मंडी समिति की इस धोखेबाजी वाली पहल से समझ में आता है । इस तरह का खेल राज्य के अनेक शहरों , कस्बों में आजकल खेला जा रहा ह... Read more
योगेश भट्ट हाल ही में वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने भारत की क्रेडिट रेटिंग स्थिर से घटाकर ऋणात्मक कर दी है । जिसका कारण भारतीय अर्थव्यवस्था में सुस्ती, ग्रामीण परिवारों पर... Read more
इन्द्रेश मैखुरी मेरी प्यारी सरकार,ठंड की मारी सरकार,प्रचंड बहुमत से जीती, लेकिन ठंड से हारी सरकार ! हाय,हम पहाड़ वासी तो पलक पांवड़े बिछाये हुए थे कि तुम अब आओगे, हमारे दर कि तब आओगे ! पर तुम्... Read more
जगमोहन रौतेला कभी हल्द्वानी में दो सौ मीटर की पदयात्रा तो अब गैरसैंण में तीन घंटे का उपवास । सत्ता से बाहर हो जाने पर भी जनता व मुद्दों से छन करना नहीं छोड़ा । इन्हीं हरकतों से पता चलता है... Read more
योगेश भट्ट निसंदेह देश ने बहुत तरक्की की मगर यह भी सच है कि जिन गांवों में इस देश की आत्मा बसती है, वो लगातार उजड़ रहे हैं । सरकारों को उनकी कोई परवाह नहीं । जिस देश की कुल आबादी का सत्तर फी... Read more
इन्द्रेश मैखुरी उत्तराखंड में वर्ष 2019 को रोजगार वर्ष के रूप में मनाने की राज्य सरकार ने घोषणा की है. “रोजगार वर्ष”- नाम से तो ऐसा प्रतीत होता है कि उत्तराखंड में साल भर नौकरियों की बरसात ह... Read more
केशव भट्ट अभी पिछले दिनों की बात है ये, शादी के बाद दुल्हा-दुल्हन तहसील में रजिस्ट्रार के आफिस में रजिस्ट्रेशन के लिए गए तो वहां निबंधक ने कोतवाल की सी टेढ़ी नजर से सभी को इस तरह से घूरा जैस... Read more
चन्द्रशेखर जोशी घर आते ही कमल नाम के लड़के की मौत हो गई। उसकी उम्र 24 साल थी। ऐसी मौत की जिम्मेदार सरकार, परिवार और समाज है। असल में कुछ समय पहले कमल को नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती किया गया... Read more