हरीश चंद्र अंडोला वन्यजीव-मानव संघर्ष में पहाड़ के आंसू बह रहे हैं। वहीं, ‘लिविंग विद लेपर्ड’ प्लान धरातल पर नहीं उतारा जा सका है। जबकि महाराष्ट्र की तर्ज पर गढ़वाल मंडल के गुलदा... Read more
चारू तिवारी आजकल पहाड़ में एक गीत ‘फ्वां बाग रे’ बहुत हिट हो रहा है। हमारे पत्रकार साथी महिपाल नेगी ने इस गीत से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी। यह गीत लिखा था विशालमणि ने और गाया और संगीतब... Read more
देवेश जोशी उत्तराखंड में जनसामान्य गुलदार (लेपर्ड) को बाघ के नाम से ही जानता है। बोलचाल, गीत, कथा व अखबारों में भी इसी नाम का प्रचलन है। सामान्यतया बाघ इंसानों पर हमला नहीं करते पर विभिन्न... Read more